tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post1000090832772324853..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: देसिल बयना - 50 : कविता से कवित्त भारी और ब्याह से विध भारीमनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-56232800467060130972010-10-08T17:26:09.204+05:302010-10-08T17:26:09.204+05:30Bhasha ki mithaas ne mugdh kar diya.
Desil bayana ...Bhasha ki mithaas ne mugdh kar diya.<br />Desil bayana ke 50we paaydaan tak ka safar pura karane par hardik badhai aur shubhkamnaayen.<br />-GyanChand Marmagyaज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-79625526969638193012010-10-07T05:37:01.849+05:302010-10-07T05:37:01.849+05:30आशा है कवित्त के चक्कर में भोर का तारा नही निकला ह...आशा है कवित्त के चक्कर में भोर का तारा नही निकला होगा और दुल्हन शुभ मुहूर्त पर अपने घर पहुंच गई होगी । बहुत सुंदर कथा और उतनी ही मीठी भाषा ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-68203376671847593262010-10-07T03:23:07.697+05:302010-10-07T03:23:07.697+05:30Bahut bahut badhai karan.......
bhateejee ab kais...Bahut bahut badhai karan.......<br /><br />bhateejee ab kaisee hai?<br />kya ho gaya tha...... ?<br />mail karke batana ?<br />mere layak kuch bhee kaam ho to batana jhijhakana nahee.<br /><br /><br />aise hee aage badte raho.........aur DIN DOONEE RAAT CHOUGANEE UNNATI KARO .ye hee Aasheesh hai.......Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-18338331616816583672010-10-06T23:24:26.858+05:302010-10-06T23:24:26.858+05:30उफ़ मेरे जैसे निपट अज्ञानियों के लिए एक तो ये भाषा...उफ़ मेरे जैसे निपट अज्ञानियों के लिए एक तो ये भाषा समझ पाना बहुत ही मुश्किल काम है..एक एक शब्द को बहुत ध्यान से पढ़ पूरी पोस्ट खतम करी...तब जा कर समझ में आया लोकोक्ति का मतलब. थेंक गोड अंत में समझ तो आया.<br /><br />:)अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-14626027270864252192010-10-06T21:57:58.510+05:302010-10-06T21:57:58.510+05:30bahut rochak aur sundar rachna... desil bayana ke ...bahut rochak aur sundar rachna... desil bayana ke iss ank ke liye bahut badhai.. sadhuvaad.आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-44821855323410841622010-10-06T21:41:06.893+05:302010-10-06T21:41:06.893+05:30... अब शतक का इंतजार रहेगा !... अब शतक का इंतजार रहेगा !कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-91722768050612863162010-10-06T20:47:52.392+05:302010-10-06T20:47:52.392+05:30इन कहानियों के माध्यम से संस्कृति से परिचय भी हो र...इन कहानियों के माध्यम से संस्कृति से परिचय भी हो रहा है। संदेश जो दिया उसके लिए आभार।Sunita Sharma Khatrihttps://www.blogger.com/profile/10860643098392133673noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-69585530056460811042010-10-06T20:09:33.546+05:302010-10-06T20:09:33.546+05:30अपने मन में ही अचानक यूँ सफल हो जायेंगे !
क्या खबर...अपने मन में ही अचानक यूँ सफल हो जायेंगे !<br />क्या खबर थी आपसे मिल कर ग़ज़ल हो जायेंगे ! <br />भोर की पहली किरण बन कर ज़रा छू दीजिये,<br />आपकी सौगंध हम खिल कर कमल हो जायेंगे !!<br /><br />सदैव इसी स्नेह और शुभ-कामना की आवश्यकता रहेगी ! <br /><br />सभी पाठकों को हृदय से आभार !!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-8652237334438205242010-10-06T19:49:59.517+05:302010-10-06T19:49:59.517+05:30अति उत्तम जी,साथ ही ५० वी कडी के लिये बधाईअति उत्तम जी,साथ ही ५० वी कडी के लिये बधाईराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-40804369536640145082010-10-06T18:49:08.055+05:302010-10-06T18:49:08.055+05:30"बंद कीजये ई हो...लो...लो...लो.... ! अरे मरदे..."बंद कीजये ई हो...लो...लो...लो.... ! अरे मरदे कहे कि शाट-काट में निपटा दीजिये तो लगे कवित्त छांटने.... ! अरे इहाँ ब्याह कराये आये हैं कि आपका विध पूजाए....?"<br /><br /><br />:):) ...बहुत बढ़िया ...कविता से कवित्त भारी ...अच्छे से समझ आ गया ...<br /><br />५० वीं कड़ी के लिए बधाईसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-34754883944158592252010-10-06T18:23:04.010+05:302010-10-06T18:23:04.010+05:30Ram Ram Karan Ji...
Sabse pahile to desil bayna ke...Ram Ram Karan Ji...<br />Sabse pahile to desil bayna ke ardhsatak par apko bahute bahute badhai....<br />Aur desil bayna k madhayam se sandesh to bahute acha de diye hai ap...<br />Aur ka kahe..ap etna acha likhte hai ki hum kucho tarif karna chahte hai kamme lagta hai humko...Rachna Karnahttps://www.blogger.com/profile/01778833565266862817noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-36964062182050825692010-10-06T17:31:42.144+05:302010-10-06T17:31:42.144+05:30अति सुन्दर करण जी। धीरे-धीरे चलते चलते आप इतना आगे...अति सुन्दर करण जी। धीरे-धीरे चलते चलते आप इतना आगे निकल आए कि देसिल बयना के रस में भींगे हम सबको इधर सोचने का अवसर ही नहीं मिला। सच, लगातार पचासवीं पोस्ट छोटी उपलब्धि नहीं है, वो भी सब एक से बढ़कर एक। पचासवीं पोस्ट की आपको बहुत बहुत बधाई। आशा है देसिल बयना का सफर आगे भी ऐसे ही सरसपूर्ण चलता रहेगा। एक बार पुनः बधाई।हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/18188395734198628590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-53486699314181572302010-10-06T17:17:24.005+05:302010-10-06T17:17:24.005+05:30करण जी सबसे पहले स्वर्ण जयंती बयना की हार्दिक शुभक...करण जी सबसे पहले स्वर्ण जयंती बयना की हार्दिक शुभकामना. अब कोई प्रकाशक आएगा और इसे किताब का रूप देगा. बाकी आज के पोस्ट पर. हम लोग तो सारी जिनगी इसी फेर में जुजारे हैं.. वियाह करने गए थे तो परिछन में ही भोर हो गया था.. सिनुरदान होते होते फरिछ हो गया था.. इसके मर्म से जुड़े हैं हम.. एक और आकर्षक पोस्ट के लिए आपको हार्दिक बधाई..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-24725565444784536172010-10-06T13:52:59.300+05:302010-10-06T13:52:59.300+05:3050वी देसिल बयना के लिए आपको बधाई50वी देसिल बयना के लिए आपको बधाईshikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-74346409282578752012010-10-06T11:08:59.840+05:302010-10-06T11:08:59.840+05:30बिलकुल सही कहते हैं कारण बाबू,,, बियाह में बिध करत...बिलकुल सही कहते हैं कारण बाबू,,, बियाह में बिध करते करते मनुख थक जाता है... अभी हमरो संग हुआ है... लेकिन कुछ पाने के लिए तो तयारी करना ही परता है न.. <br />खैर.. कारण जी को हाफ सेंचुरी के लिए हार्दिक बधाई..सुभाष चन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/00163673662608636927noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-31339236211809086932010-10-06T11:05:50.294+05:302010-10-06T11:05:50.294+05:30भई वाह..क्या बात है
शानदार और मज़ेदार
इसलिए आपको आ...भई वाह..क्या बात है<br />शानदार और मज़ेदार<br />इसलिए आपको आभारवीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17461991763603646384noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-8312022629818406132010-10-06T10:15:46.791+05:302010-10-06T10:15:46.791+05:30कविता से कवित्त भारी और ब्याह से विध भारी...बिलकुल...कविता से कवित्त भारी और ब्याह से विध भारी...बिलकुल सही बहुत अच्छी प्रस्तुति रही.<br />देसिल बयना के 50वे अंक के लिए आपको बधाई और शुभकामनाएं !!रानीविशालhttps://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-13710102337863991032010-10-06T08:05:34.751+05:302010-10-06T08:05:34.751+05:3050वी देसिल बयना के लिए आपको बधाई50वी देसिल बयना के लिए आपको बधाईसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-73010806414124576242010-10-06T07:58:28.865+05:302010-10-06T07:58:28.865+05:30लक्ष्य पाने के लिए पहले बहुत सारी कवायद करनी पड़ती ...<b>लक्ष्य पाने के लिए पहले बहुत सारी कवायद करनी पड़ती है</b><br />इस कथा के माध्यम से बहुत बढिया संदेश दिया है .. 50वी देसिल बयना के लिए आपको बधाई .. नियमित आगे बढते रहने के लिए शुभकामनाएं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-8482985717878982062010-10-06T07:55:02.646+05:302010-10-06T07:55:02.646+05:30मिजाजे नॉस्टेल्जिया गया... ई कबित्त का चक्कर में भ...मिजाजे नॉस्टेल्जिया गया... ई कबित्त का चक्कर में भोर हो जाता था बिध पुजाते पुजाते रात के बईठल किरिन फूट जाता था. अऊर फेरा के टाइम पर काकी हऊ कोना में लोंघड़ल अऊर चच्चा मुँह बाए एगो कुर्सी पर डोल रहे… जब खोजाहट है तब पता चलता है कि कुस पानी का टाईम हो रहा है अऊर बिजोग का गीत फूटने लगा..<br />जनवरी महीना का कनकना देने वाला जाड़ा में खुला छत पर हमरा बिआह हुआ था.. बाप रे, ई कबित्त अऊर बिध के फेरा में पंडित लोग अईसा फँसाया कि का कहें. लघुशंका का कोनो समाधानो नहीं..चौका से उठकर कीसे जाइएगा..<br />बेजोड़ बरनन है. अऊर सिच्छा भी... पहिले कबित्त गढिए तब जाकर कबिता लिखाएगा, पहिले बिध निबाहिए तब बिआह के फेरा में पड़िए..फेरा माने ऊ वाला फेरा नहीं, सादी वाला फेरा..ई फेरा लेने के बादे ऊ वाला फेरा में आदमी पड़ता है जिन्नगी भर के लिए!!<br />दिल खुस..मिजाज टंच! गोल्डेन जुबली मुबारक!! करन बाबू,सेंचुरियो जल्दिए लगेगा!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-8061619456363059142010-10-06T06:43:03.705+05:302010-10-06T06:43:03.705+05:30करण जी, मुझे जो कहना था पोस्ट के साथ कह ही दिया है...करण जी, मुझे जो कहना था पोस्ट के साथ कह ही दिया है। पर आज तो मुझे वह दिन याद आ रहा है जब आप तीन दिन भतीजी के उपचार में अस्पताल में थे, और घर लौटकर सबसे पहला काम आपने देसिल बयना के अंक को प्रस्तुत करने का किया था। इस तरह का समर्पण और निष्ठा बेमिसाल है। आज का अंक तो बस मिथिला संस्कृति को हमारे सामने सजीव कर गया है।<br />शुभकामनाएं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com