tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post2417698468653936159..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: फ़ुरसत में … आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री जी के साथ (पांचवां भाग) उद्दाम जिजीविषामनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger55125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-46852747901413808642011-03-09T20:03:10.112+05:302011-03-09T20:03:10.112+05:30मनोज जी एवं करण जी,
हर भाग कितनी बार पढ़ा है, कह न...मनोज जी एवं करण जी,<br /><br />हर भाग कितनी बार पढ़ा है, कह नहीं सकता।<br />आचार्य जी को पहले से पढ़ा है, जाना है, नहीं जानना संभव भी कहाँ है?<br />लेकिन आज इस भेंट के लिए, यह सब सहेजने के लिए आप लोगों की भूरि भूरि प्रशंसा करूँगा।<br />आत्मा प्रसन्न हुई।<br />श्रद्धेय शास्त्री जी को प्रणाम!<br />हम सब उनके आशीष की छाँव तले रहें।<br /><br />आपका फिर से आभार।Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-84123304052659136982011-03-07T23:32:19.351+05:302011-03-07T23:32:19.351+05:30शास्त्री जी जैसे कितने ही महामानव होंगे जो हिन्दी ...शास्त्री जी जैसे कितने ही महामानव होंगे जो हिन्दी साहित्य के इतिहास की मुख्य धारा से नही जुड पाए हैं पर आप यह अत्यन्त महत्त्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं । यह न केवल आपकी अपने श्रद्धेयके प्रति भक्ति है बल्कि पाठकों के लिये अनमोल उपहार है ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-86605642496223268552011-02-08T14:21:26.611+05:302011-02-08T14:21:26.611+05:30मनोज कुमार जी, पहले तो क्षमा चाहूँगा कि पिछले एक ...मनोज कुमार जी, पहले तो क्षमा चाहूँगा कि पिछले एक वर्ष से आपके ब्लाग से गायब हूँ. पढ़ना जारी है परन्तु संपर्क न हो पाया. <br />कुछ कार्य जीवन में ऐसे होते हैं जिससे करने वाले धन्य और कृतार्थ महसूस करते हैं. शास्त्री जैसे उद्भट शख्सियत से मिलकर और उन्हें हम सबसे मिलाकर आप कृतार्थ हो गये हैं. आपके समस्त परिजन और करण जी बधाई के हक़दार हैं. मैं व्यक्तिगत रूप से आपका आभार व्यक्त करता हूँ कि आपका यह साहित्येतिहासिक कार्य आने वाले समय में अपनी महती भूमिका निभायेगा. <br />कुछ लोग अपने जीवन, विचार और व्यवहार से ऋषित्व को उपलब्ध होते हैं. विश्वास जानिये, शास्त्री जी को पढ़कर ऐसा ही लगा जैसे मैं विनाबा भावे और गॉंधी जी को देख रहा हूँ. वैसे बिहार की मिट्टी ही कुछ ऐसी है कि एक से एक सामाजिक, साहित्यक, राजनैतिक और ऐतिहासिक महापुरूष जन्म लेते रहे हैं. बाबू राजेन्द्र प्रसाद हों या ला़.ब.शास्त्री या जानकीवल्लभ शास्त्री जी, ऐसा लगता है 700 बी सी में नालन्दा में बने दुनिया के पहले विश्वविद्यालय की विरासत को क़ायम रखने ये युगपुरूष होते आ रहे हैं. <br />ये भी उतना ही सच है कि धिक्कार है इस व्यवस्था और इसके शासकों पर कि वे अपने युगपुरषों का ध्यान रखना और सम्मान करना नहीं जानती. दुनिया के शासकों ने सुकरात के पहले से अब तक सबके साथ यही व्यवहार किया है. जो शासक की गाते हैं वे इनाम पाते हैं. पद्मश्री ठुकराना दर्शाता है कि शास्त्री जी जीवन मूल्यों और नैतिकता की कितनी कद्र करते हैं. मुझे इन क्षणों में वाजपेयी जी कि वह पंक्तियॉं याद आ रही हैं 'हार नहीं मानूँगा, रार नहीं ठानूँगा, काल के कपाल पर लिखता हूँ, मिटाता हूँ, गीत नया गाता हूँ......'<br />यदि उनके रचना संसार से भी अंश ब्लाग पर पढ़ने को मिलें तो श्रेयस्कर होगा. <br />पुन: कोटि-कोटि बधाई़्HOMNIDHI SHARMAhttps://www.blogger.com/profile/14851071856706443401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-69426745205709237982011-02-07T16:59:46.681+05:302011-02-07T16:59:46.681+05:30हम सब कितने भोले हैं जानकर भी उनकी दीर्घायु की ही ...हम सब कितने भोले हैं जानकर भी उनकी दीर्घायु की ही कामना कर रहे हैं। जानते हैं कि उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है और न हममें से किसी की यह हिम्मत है उनके पास रहकर यह दायित्व निभा सके। फिर उनकी दीर्घायु की कामना करके क्यों और मुसीबत में डालना चाहते हैं। <br />*<br /><br />मैं तो यही कामना करता हूं कि वे जब तक हैं स्वस्थ्य रहें।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-79868902228395136912011-02-07T16:03:45.656+05:302011-02-07T16:03:45.656+05:30शास्त्री जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं ईश्वर उन्हेँ ...शास्त्री जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं ईश्वर उन्हेँ दीर्घायु करे साथ ही उनका स्वास्थ्य भी ठीक रहे.मेरे भावhttps://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-9229360573300342462011-02-07T15:10:39.987+05:302011-02-07T15:10:39.987+05:30अफ़सोस है कि उक्त दिन पर शुभकामना न भेज पायी पोस्ट ...अफ़सोस है कि उक्त दिन पर शुभकामना न भेज पायी पोस्ट द्वारा ही...पर ईश्वर से प्रार्थना है कि इस साहित्य रत्न को शतायु दें..स्वस्थ निरोगी और सुखी रखें...<br /><br />मन आह्लाद से भर गया पढ़कर...<br /><br />आपका कोटिशः आभार...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-60852311115523154422011-02-07T00:39:26.441+05:302011-02-07T00:39:26.441+05:30आचार्य जानकी बल्लभ शास्त्री जी के दीर्घ जीवन की का...आचार्य जानकी बल्लभ शास्त्री जी के दीर्घ जीवन की कामना करता हूं।आप सौभाग्यशाली हैं कि<br />उनके जीवन की सांध्य बेला में उनका सामीप्य-बोध कर सके । इस प्रस्तुति के लिए आपकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह थोड़ी है। ईश्वर उन्हें दीर्घायु और स्वस्थ रखे ऐसे व्यकतित्व का सानिध्य मन में कितनी शीतलता प्रदान करता है..... <br /><br />मनोज जी शास्त्री जी पर जो श्रंखला आपने प्रस्तुत की आभार....<br /><br />Saturday, 05 February, 2011।Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-85526714163865730322011-02-06T17:21:52.416+05:302011-02-06T17:21:52.416+05:30हम शास्त्री जी के दीर्घ एवं सुखद जीवन की कामना करत...हम शास्त्री जी के दीर्घ एवं सुखद जीवन की कामना करते हैं.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-35852850928467669632011-02-06T07:54:28.558+05:302011-02-06T07:54:28.558+05:30आचर्य शास्त्रीजी शतायु हों..... सहस्त्रायु हों.......आचर्य शास्त्रीजी शतायु हों..... सहस्त्रायु हों.... हमारी शुभकामनायें.... ! वे अपनी कृतियों से अमर तो हो ही गये हैं...........! इस यात्रा में हमारे साथ आने के लिये आप तमाम पाठकों को भी मैं हृदय से धन्यवाद देता हूं।करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-89528480853668812172011-02-05T23:18:39.169+05:302011-02-05T23:18:39.169+05:30आप आजकल जाइए धनाढ्यों के यहां। कहेंगे,आईए,गरीबखाने...आप आजकल जाइए धनाढ्यों के यहां। कहेंगे,आईए,गरीबखाने में आपका स्वागत है या फिर यह कि जो कुछ रुखा-सूखा बन पाया,यही है। मगर आडम्बररहित आदमी रूखा-सूखा परोसकर भी कहेगा,"खास आपके लिए ही बनाया है।" एकदम शास्त्रीजी जैसा।शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-67085677525466752242011-02-05T22:32:55.513+05:302011-02-05T22:32:55.513+05:30@ अरविन्द जी
इस बार द्वितीया कल भी थी आज भी है।
और...@ अरविन्द जी<br />इस बार द्वितीया कल भी थी आज भी है।<br />और उनका जन्म दिन कल सुबह से आज सुबह तक मनाया गया होगा।<br />... और फ़ुरसत में शनिवार को ही आता है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-55645488861325967202011-02-05T22:31:37.970+05:302011-02-05T22:31:37.970+05:30इतने महान व्यक्तित्व का इनता साधारण जीवन .... ब...इतने महान व्यक्तित्व का इनता साधारण जीवन .... बहुत ही प्रभावित कर गया यह आदर्श जीवन . जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाये और नमन............... ।उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-71864680357995071812011-02-05T22:29:36.851+05:302011-02-05T22:29:36.851+05:30ओह तो यह पोस्ट कल ही लगानी थी न ..चलिए तनिक विलम्ब...ओह तो यह पोस्ट कल ही लगानी थी न ..चलिए तनिक विलम्ब से ही शास्त्री जी को जन्मदिन की बहुत बधाई -आपका पुनः आभार !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-15062295929146054882011-02-05T22:04:41.365+05:302011-02-05T22:04:41.365+05:30आदरणीय आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री जैसे असाधारण एवं...आदरणीय आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री जैसे असाधारण एवं विलक्षण व्यक्तित्व वाले, मां सरस्वती के अनन्य उपासक और हिंदी साहित्य जगत के दुर्लभ नायाब और बेशकीमती मणि से परिचित हो पाना और उनके जीवन को करीब से देख पाने का अवसर मिलना स्वयं में किसी आशीष से कम नहीं है जो विरले ही मिल पाता है. जीवन के इस मोड़ पर भी उनकी अदम्य जिजीविषा जीवटता और प्रखर प्रतिभा का दर्शन सभी लोगों के लिए किसी अजस्त्र प्रेरणास्रोत से कम नहीं है. <br />आदरणीय शास्त्री जी से परिचय कराने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. उनके जन्म दिवस के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं.<br />सादर, <br />डोरोथी.Dorothyhttps://www.blogger.com/profile/03405807532345500228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-90557792780345853102011-02-05T21:34:52.225+05:302011-02-05T21:34:52.225+05:30सबसे पहले आचार्य जी को जन्म दिन की समस्त शुभकामनाय...सबसे पहले आचार्य जी को जन्म दिन की समस्त शुभकामनाये...<br />कितनी बिडम्बना है हमारे देश की कि न साहित्य न साहित्य की धरोहर को ही संरक्षित रख पाते हैं..<br />“सौष्ठव सम्भाल में ही नहीं, बेसम्भाल में भी है। रचाव के मुक़ाबले अनगढ़ में कहीं अधिक तेजस्विता देखी जाती है।<br />कितना सही कहा है..<br />आपका बहुत बहुत आभार इस अद्भुत प्रतिभा और महान हस्ती से इतने खूबसूरत अंदाज में परिचय कराने का.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-57951235970798391762011-02-05T21:27:43.262+05:302011-02-05T21:27:43.262+05:30jis aatmiyata se aap shashtri ji ke baare me batat...jis aatmiyata se aap shashtri ji ke baare me batate ja rahe hain, ek judaav unse banta ja raha hai. esi aatmiyata hamare samaj se lagatar kshin hoti ja rahi hai, yah sansmaran use bachane ki ek rachnatmak koshish bhi kaha ja sakta hai.विजय गौड़https://www.blogger.com/profile/01260101554265134489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-75938650713199670212011-02-05T18:42:31.002+05:302011-02-05T18:42:31.002+05:30अच्छा संस्मरण है।
शास्त्रीजी का कल जन्मदिन था। उ...अच्छा संस्मरण है।<br /><br />शास्त्रीजी का कल जन्मदिन था। उनको जन्मदिन की अनेकानेक मंगलकामनायें।अनूप शुक्लhttp://hindini.com/fursatiyanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-11280272298795331922011-02-05T18:35:17.065+05:302011-02-05T18:35:17.065+05:30bahut bahut shukriya is sansmaran ko ham tak pahuc...bahut bahut shukriya is sansmaran ko ham tak pahuchane ke liye.<br /><br />shastri ji ki swastyevardhak lambi umr ki prarthna karti hun.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-79679012488433611822011-02-05T17:49:34.492+05:302011-02-05T17:49:34.492+05:30शतायु की ओर अग्रसर आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्रीजी को...शतायु की ओर अग्रसर आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्रीजी को उनके जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ ही शेष जीवन की मंगलकामनाएँ...Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-33629322163579985352011-02-05T17:25:03.312+05:302011-02-05T17:25:03.312+05:30आपके आलेख के द्वारा ही शास्त्री जी का परिचय मिला ह...आपके आलेख के द्वारा ही शास्त्री जी का परिचय मिला है ! हर कड़ी में जितना अधिक उन्हें जानने का अवसर मिला है मन अगाध श्रद्धा से अभिभूत होता जाता है ! उनके जन्मदिवस पर उन्हें कोटिश: शुभकामनायें ! उनकी छत्रछाया सदैव बनी रहे यही कामना है !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-74872830381958610732011-02-05T17:22:58.969+05:302011-02-05T17:22:58.969+05:30शास्त्री जी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं। ईश...शास्त्री जी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं। ईश्वर उन्हेँ दीर्घायु प्रदान करे।<br /><br />आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री जी के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिए आपको आभार।good_donehttps://www.blogger.com/profile/15110617932419017381noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-54716452540893086162011-02-05T17:06:09.308+05:302011-02-05T17:06:09.308+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/18188395734198628590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-23341315729748983072011-02-05T16:51:33.068+05:302011-02-05T16:51:33.068+05:30संस्मरण के इस हिस्से को पढ़ते हुए विरक्ति, व्यथा, श...संस्मरण के इस हिस्से को पढ़ते हुए विरक्ति, व्यथा, श्रद्धा जैसे कई भाव आये और गये, लेकिन जो बात मन में जम गयी, वह यह कि शायद निर्लिप्ति ही साहित्याकारों (सही अर्थ में) के जीवन का इष्ट है। साहित्यक निर्लिप्ति से उपजा खिलंदड़पन ही तो है कि शास्त्री जी कहते हैं-"देखने से लगता है कुछ दिन चलूंगा मैं।' मैंने सोचा कि उन्होंने ऐसा क्यों नहीं कहा कि "अब तो चंद दिनों का मेहमान हूं ?' मतलब साफ है- शास्त्री जी के लिए जीवन भी एक भौतिक उपलब्धि ही है, जो एक दूरी तक चलने के बाद खत्म हो जाती है। कमाल की बात यह कि छाया जी में ऐसा ही कुछ दिखाई दिया। <br />बड़ा अच्छा लगा। उम्मीद है कि आप अगले हिस्से में संस्मरण के अंतःकरण में भी हमें अवश्य ले जायेंगे। वह जो देह और दुनिया के बीच में है, जो आपने शास्त्री जी के साथ और उनसे मिलने के बाद अनुभूत की। <br />सादर<br />रंजीतरंजीत/ Ranjithttps://www.blogger.com/profile/03530615413132609546noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-34722884605451792952011-02-05T16:21:40.029+05:302011-02-05T16:21:40.029+05:30शास्त्री जी को जन्मदिन की बहुत शुभकामनाएंशास्त्री जी को जन्मदिन की बहुत शुभकामनाएंराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-70020029480986300622011-02-05T15:43:35.908+05:302011-02-05T15:43:35.908+05:30मनोज जी
नमस्कार !
आदरणीय शास्त्री जी को सादर प्रणा...मनोज जी<br />नमस्कार !<br />आदरणीय शास्त्री जी को सादर प्रणाम ! और आप को जनम दिन की हार्दिक बधाई !ईश्वर उनको दीर्घायु प्रदान करें तथा स्वस्थ रखें!!सुनील गज्जाणीhttps://www.blogger.com/profile/12512294322018610863noreply@blogger.com