tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post3260321288286225617..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: भारत और सहिष्णुता-8मनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-31520372977225037832014-07-18T16:14:57.184+05:302014-07-18T16:14:57.184+05:30बहुत प्रभावशाली लेख बहुत प्रभावशाली लेख gannayakhttps://www.blogger.com/profile/05597058920497793390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-18064857027683496852011-06-29T22:32:03.668+05:302011-06-29T22:32:03.668+05:30इस भाग में वेदों की ऋचाओं के अर्थ को जो दिशा दी गय...इस भाग में वेदों की ऋचाओं के अर्थ को जो दिशा दी गयी है, वह निश्चित रूप से अप्रत्याशित है। कुछ ऋचाओं को लेकर अलग से इस प्रकार मनोनुकूल दिशा देना उचित नहीं है। इसके विभिन्न पहलुओं को अन्य अनेक पहलुओं पर भी विचार होना चाहिए। सभी सामाजिक और व्यक्तिगत परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में उनकी भौतिक, मानसिक और आध्यात्मिक आवश्यकताओं के अनुरूप वैदिक ऋचाएँ मार्गदर्शन करती हैं। इसका प्रमाण वेदान्तों में देखने को मिलता है। चार्वाक दर्शन लेखक द्वारा वर्णित परिस्थियों की उपज हो सकती है। पर किसी व्यक्ति या समाज का लक्ष्य नहीं। साधुवाद।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-8352121576614502902011-06-28T21:14:11.787+05:302011-06-28T21:14:11.787+05:30विश्लेषणात्मक सार्थक आलेख....विश्लेषणात्मक सार्थक आलेख....Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-33139543444019746142011-06-28T19:49:54.879+05:302011-06-28T19:49:54.879+05:30सचमुच उपयोगी!!सचमुच उपयोगी!!सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-40296040691994830582011-06-28T12:33:18.398+05:302011-06-28T12:33:18.398+05:30यह विश्लेषण हमें अपनी जड़ों की ओर ले जाता है और सो...यह विश्लेषण हमें अपनी जड़ों की ओर ले जाता है और सोचने को मज़बूर करता है।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-6620729311246291222011-06-28T08:22:58.621+05:302011-06-28T08:22:58.621+05:30बहुत बढ़िया लिखा है ...
ज्ञानवर्धक ...सारगर्भित .....बहुत बढ़िया लिखा है ...<br />ज्ञानवर्धक ...सारगर्भित ...सार्थक आलेख ....!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-46147996363450406442011-06-28T06:56:45.160+05:302011-06-28T06:56:45.160+05:30बहुत उपयोगी और सार्थक आलेख!बहुत उपयोगी और सार्थक आलेख!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com