tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post5009899652755234600..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: देसिल बयना - 38 : बैठे बैठे पेट पर हाथ...... !मनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-59458785605869505312011-07-26T08:32:16.865+05:302011-07-26T08:32:16.865+05:30कहानी की नीति शिक्षा सब एक तरफ, आपकी प्रस्तुति ला...कहानी की नीति शिक्षा सब एक तरफ, आपकी प्रस्तुति लाजवाब है. बार-बार पढ़ कर भी फिर से पढ़ने की जी चाहता है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-60287946538275409672010-07-15T18:35:01.187+05:302010-07-15T18:35:01.187+05:30अंत मे आगत-अनागत सभी पाठकों को हृदय से धन्यवाद !!!...अंत मे आगत-अनागत सभी पाठकों को हृदय से धन्यवाद !!!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-39835824582618946492010-07-15T18:34:20.871+05:302010-07-15T18:34:20.871+05:30@ राजभाषा हिंदी,
बस महारानी ! जैसे भी हो आपकी सेवा...@ राजभाषा हिंदी,<br />बस महारानी ! जैसे भी हो आपकी सेवा में कलम घिस देते हैं !! धन्यवाद !!!!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-57576691507116010262010-07-15T18:33:36.552+05:302010-07-15T18:33:36.552+05:30@ रीता जी,
धन्यवाद !@ रीता जी,<br />धन्यवाद !करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-77904047941395861422010-07-15T18:32:02.147+05:302010-07-15T18:32:02.147+05:30@ जुगल किशोर जी,
आपने 'देसिल बयना' को सराह...@ जुगल किशोर जी,<br />आपने 'देसिल बयना' को सराहा .... हमारा सौभाग्य ! आपका आभारी हूँ !!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-69936696099706137952010-07-15T18:27:20.183+05:302010-07-15T18:27:20.183+05:30@ प्रेम सरोवर,
धन्यवाद !!@ प्रेम सरोवर,<br />धन्यवाद !!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-31378493549041858522010-07-15T18:26:49.116+05:302010-07-15T18:26:49.116+05:30@ दीपक बाबा,
का बात है बाबा जी, जब दही भात नहीं आय...@ दीपक बाबा,<br />का बात है बाबा जी, जब दही भात नहीं आया... आप हमरो ब्लॉग पर भी नहीं आये थे ! खैर आ गए तो हम आपका स्वागत दही-भात से करते हैं. और अआगे भी आते रहिएगा, इहो निवेदन करते हैं. धन्यवाद !!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-30584357119356153982010-07-15T16:11:51.537+05:302010-07-15T16:11:51.537+05:30शानदार पोस्ट!
राजभाषा हिन्दी के प्रचार में अपका यो...शानदार पोस्ट!<br />राजभाषा हिन्दी के प्रचार में अपका योगदान सराहनीय है।राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-66535066211785370862010-07-15T16:09:57.957+05:302010-07-15T16:09:57.957+05:30देसिल बयना की कल्पना, कथा सृजन और प्रस्तुति दर्शात...देसिल बयना की कल्पना, कथा सृजन और प्रस्तुति दर्शाती है कि आप स्वयं एक समर्थ हस्ताक्षर हैं।रीताhttps://www.blogger.com/profile/17969671221868500198noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-52618545273080055712010-07-15T16:08:00.445+05:302010-07-15T16:08:00.445+05:30बहुत बढ़िया रहा यह देसिल बयना का अंक। कहनी सरस और ...बहुत बढ़िया रहा यह देसिल बयना का अंक। कहनी सरस और रोचक है।जुगल किशोरhttps://www.blogger.com/profile/13301162594819383710noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-85212079564766873842010-07-15T16:05:11.233+05:302010-07-15T16:05:11.233+05:30देसिल बयना के बहाने इतनी रोचक कहानी पढने को मिली, ...देसिल बयना के बहाने इतनी रोचक कहानी पढने को मिली, शुक्रिया।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-54316943866865665532010-07-15T15:19:16.497+05:302010-07-15T15:19:16.497+05:30राम राम, पड़ते पड़ते दही भात मंगवा लिए हैं .... टे...राम राम, पड़ते पड़ते दही भात मंगवा लिए हैं .... टेबुल पर रखा है पर हाथ है की पेट से हटता ही नहीं.........दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-65618335035723294952010-07-15T13:54:56.235+05:302010-07-15T13:54:56.235+05:30लाजवाब देसिल बयना।
यह देसिल बयना बहुत अच्छा लगा। ...लाजवाब देसिल बयना।<br /><br />यह देसिल बयना बहुत अच्छा लगा। इसे बहुत सुन्दर कथा में पिरोया है।हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/15988235447716563801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-77664435006610536442010-07-15T13:47:46.772+05:302010-07-15T13:47:46.772+05:30यह देसिल बयना बहुत अच्छा लगा। लोकोक्ति को बहुत सुन...यह देसिल बयना बहुत अच्छा लगा। लोकोक्ति को बहुत सुन्दर कथा में पिरोया है।हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/15988235447716563801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-23967951343475574622010-07-15T13:39:54.205+05:302010-07-15T13:39:54.205+05:30@ करण जी,
देसिल बयना की कल्पना, कथा सृजन और प्रस्त...@ करण जी,<br />देसिल बयना की कल्पना, कथा सृजन और प्रस्तुति दर्शाती है कि आप स्वयं एक समर्थ हस्ताक्षर हैं। पाठकों की टिप्पणियाँ इसका प्रमाण हैं। पूर्व में देसिल बयना के एक अंक को आँच पर लिया गया था। उठाए गए विन्दुओं पर आपने ध्यान दिया और बाद के अंको में सुधार देखने को मिल रहा है। आपने सुझावों का मान रखा, यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है। आपकी लेखनी उत्कर्ष की दिशा में है। मेरी शुभकामनाएं सदा आपके साथ हैं।हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/18188395734198628590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-90641348104138551742010-07-15T13:24:41.520+05:302010-07-15T13:24:41.520+05:30@ रचना,
शुक्रिया रचना जी ! अब तो आप पर्व-त्यौहार ...@ रचना,<br /><br />शुक्रिया रचना जी ! अब तो आप पर्व-त्यौहार के तरह छट्ठे-छमासे ही ब्लॉग पर आती हैं ! बांकिये आपका प्रोत्साहन से तो ऐसा लगता है कि हम एगो 'नाम-करण कार्यालय' ही खोल लें.... !करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-22951534545864939642010-07-15T13:23:46.232+05:302010-07-15T13:23:46.232+05:30@ रचना,
शुक्रिया रचना जी ! अब तो आप पर्व-त्यौहार ...@ रचना,<br /><br />शुक्रिया रचना जी ! अब तो आप पर्व-त्यौहार के तरह छट्ठे-छमासे ही ब्लॉग पर आती हैं ! बांकिये आपका प्रोत्साहन से तो ऐसा लगता है कि हम एगो 'नाम-करण कार्यालय' ही खोल लें.... !करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-9198838504409428002010-07-15T12:28:29.061+05:302010-07-15T12:28:29.061+05:30E desil bayna to hasaya b aur sikhaya b.....desil ...E desil bayna to hasaya b aur sikhaya b.....desil bayna to kuch khas he hai..kahawat ke sath sath inni achi sikh jo mil rai hai...<br />Karan Ji ego bat janna chahenge e ap logon ka nam kaha se dhund late hai?? sacho ka nam hota hai ya kalpnik hai..jo b hai humko nam b bahute pasand aata hai..aur is bar to tasvir jo apne lagai hai wo b bahute achi lagi khaskar chikhti chilati yuvti ki pic :) <br />Dahi Bhat ke sath desil bayna bahute majedar aur sandar raha...<br />Bhore Bhor apka desil bayna padh man prasan ho gaya...Dhanyawad..Rachna Karnahttps://www.blogger.com/profile/01778833565266862817noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-44989137114419471392010-07-15T12:01:47.937+05:302010-07-15T12:01:47.937+05:30@ जाकिर अली रजनीश,
शुक्रिया जाकिर भाई !@ जाकिर अली रजनीश,<br />शुक्रिया जाकिर भाई !करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-48707664825514506302010-07-15T11:44:37.163+05:302010-07-15T11:44:37.163+05:30देसिल बयना के बहाने इतनी रोचक पोस्ट पढने को मिली, ...देसिल बयना के बहाने इतनी रोचक पोस्ट पढने को मिली, शुक्रिया।<br />आपकी लेखनी यूँ ही रस बरसाती रहे।<br />--------<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">पॉल बाबा की जादुई शक्ति के राज़।</a><br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">सावधान, आपकी प्रोफाइल आपके कमेंट्स खा रही है।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-9028159101968688332010-07-15T11:41:01.691+05:302010-07-15T11:41:01.691+05:30@ हास्यफुहार..
धन्यवाद !!!@ हास्यफुहार..<br />धन्यवाद !!!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-70760430368220628272010-07-15T11:40:18.508+05:302010-07-15T11:40:18.508+05:30@ हरीश जी,
भाव अनूठो चाहिए, भाषा कोऊ होए ! और आप न...@ हरीश जी,<br />भाव अनूठो चाहिए, भाषा कोऊ होए ! और आप ने तो सिर्फ लिपि ली है अंग्रेजी की....... ! मगर मैं 'देसिल बयना' पर आप से विस्तृत मार्ग-दर्शन चाहता हूँ !!! धन्यवाद !!!!!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-15688661576830025742010-07-15T11:38:28.824+05:302010-07-15T11:38:28.824+05:30@ संगीता स्वरुप,
आपकी प्रतिक्रिया के बिना इस ब्लॉ...@ संगीता स्वरुप,<br /><br />आपकी प्रतिक्रिया के बिना इस ब्लॉग का कोई भी पोस्ट अधूरा है....... !!! धन्यवाद स्वीकारें !!!!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-27056673596328517522010-07-15T11:37:14.719+05:302010-07-15T11:37:14.719+05:30@ अजय कुमार,
अजय जी,
हमें तो अब आपकी टिपण्णी की आद...@ अजय कुमार,<br />अजय जी,<br />हमें तो अब आपकी टिपण्णी की आदत सी हो गयी है ! इतने समय से टिप्पणियों का अबाध सिलसिला बनाए रखने के लिए धन्यवाद !!!!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-83813573647767560632010-07-15T11:36:17.794+05:302010-07-15T11:36:17.794+05:30@ झरोखा
पूनम जी,
आपका पुनरागमन हृदय को आह्लादित क...@ झरोखा<br />पूनम जी,<br /><br />आपका पुनरागमन हृदय को आह्लादित कर रहा है... आप रूठी हुई थी या व्यस्त ! और यह जान कर प्रसन्नता और बढ़ गयी कि आप उस अंचल की बोली से परिचित हैं !!! बहुत-बहुत धन्यवाद !!!!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.com