tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post5074871099976111406..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: तुलसी और श्रीरामचरितमानस -- डॉ. रमेश मोहन झामनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-18123575155646567342010-08-17T08:19:34.776+05:302010-08-17T08:19:34.776+05:30सुन्दर प्रस्तुति।सुन्दर प्रस्तुति।हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/18188395734198628590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-62073099445322032432010-08-16T12:55:47.181+05:302010-08-16T12:55:47.181+05:30बहुमूल्य जानकारी उपलब्ध करवाने के लिये आभार्।बहुमूल्य जानकारी उपलब्ध करवाने के लिये आभार्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-81106496761483035982010-08-16T12:07:38.201+05:302010-08-16T12:07:38.201+05:30तुलसी दास की रचनाये बहुत कालजयी है पर अफ़सोस की ब...तुलसी दास की रचनाये बहुत कालजयी है पर अफ़सोस की बात है की तुलसी दास की रचनाये आज कल साम्प्रादायिक मानी जा रही है .<br /><br />इस भ्रम को दूर करने की जरुरत है .<br /><br />मृत्युंजय कुमार राय <br /><br />माधव रायमाधव( Madhav)https://www.blogger.com/profile/07993697625251806552noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-52247539558119125752010-08-16T11:39:34.372+05:302010-08-16T11:39:34.372+05:30सही कहा आपने कि आज की युग चेतना रामायण के महत्व क...सही कहा आपने कि आज की युग चेतना रामायण के महत्व को भुला देने में ही कल्याण समझती है, परन्तु आधुनिकता के खाल ओढ़ लेने से तुलसी के मानस में वर्णित मानव-मूल्यों का प्रकाश बुझनेवाला नहीं है। <br />तुलसी दास जी को नमन!हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-50533485482631330502010-08-16T11:16:14.807+05:302010-08-16T11:16:14.807+05:30बहुत सार्थक और सामयिक भी।
तुलसीदास जी को सादर नमन!...बहुत सार्थक और सामयिक भी।<br />तुलसीदास जी को सादर नमन!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-77019080141695073832010-08-16T10:28:11.640+05:302010-08-16T10:28:11.640+05:30स्वस्ति... स्वस्ति... स्वस्तिः....!!!!स्वस्ति... स्वस्ति... स्वस्तिः....!!!!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.com