tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post5187593325153515283..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: आंच पर गदर की चिनगारियाँमनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-26111745990678610032011-10-27T19:38:34.009+05:302011-10-27T19:38:34.009+05:30डॉ शरद सिंह की इस पुस्तक से परिचय कराने का आभार। 1...डॉ शरद सिंह की इस पुस्तक से परिचय कराने का आभार। 1857 की क्रांति और भारत व विश्व पर उसके प्रभाव को समझने-समझाने का हर प्रयास स्वागतयोग्य है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-27058009311139148092011-10-21T08:23:28.812+05:302011-10-21T08:23:28.812+05:30डॉ. शरद सिंह का नाटक-गदर की चिनगारियाँ के बारे में...डॉ. शरद सिंह का नाटक-गदर की चिनगारियाँ के बारे में जानकारी देने के लिए धन्यवादtips hindi mehttps://www.blogger.com/profile/01058993784424803727noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-3738595006303318992011-09-18T23:32:37.291+05:302011-09-18T23:32:37.291+05:30इस रचना के लिए शरद जी बधाई की पात्र हैं...यह एक बड...इस रचना के लिए शरद जी बधाई की पात्र हैं...यह एक बड़ी उपलब्धि है...और उनकी लेखनी का सम्मान है...हार्दिक बधाइयाँ...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-79801531219940572082011-09-16T22:01:27.439+05:302011-09-16T22:01:27.439+05:30मनोज जी.बहुत आभार आपका डॉ. शरद सिंह जी का नाटक-गदर...मनोज जी.बहुत आभार आपका डॉ. शरद सिंह जी का नाटक-गदर की चिनगारियाँ-का परिचय कराने के लिए .....डा० शरद सिंह जी को बधाई...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-45692333776258433442011-09-16T21:45:02.922+05:302011-09-16T21:45:02.922+05:30मनोज जी!
हिन्दी दिवस समारोह की व्यस्तताओं के मध्य ...मनोज जी!<br />हिन्दी दिवस समारोह की व्यस्तताओं के मध्य कब यह पोस्ट मुझसे छूट गयी पता ही नहीं चला... क्षमा प्रार्थना के उपरांत आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ.. <br />इतिहास कभी मेरा विषय नहीं रहा, कभी रूचि भी नहीं रही. लेकिन ऐतिहासिक नाटकों से मेरा परिचय पुराना है.. प्रसाद के नाटकों की बात न करते हुए भी मैं पटना के श्री चतुर्भुज का नाम उल्लेख करना चाहूँगा, जिन्होंने सिर्फ ऐतिहासिक नाटक लिखे, रेडियो व् मंच के लिए.<br />डॉ. शरद सिंह की पुस्तक की समीक्षा ने पढ़ने की जिज्ञासा बढ़ा डी है और इसका श्री आपको जाता है. एक अनोखा विषय है और यह कालखंड मुझे व्यक्तिगत रूप से अत्यंत प्रभावित करता है! अवश्य पढूंगा इस पुस्तक को! आपका आभार इस परिचय के लिए "आंच" के माध्यम से!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-80705218024197546672011-09-16T19:37:17.833+05:302011-09-16T19:37:17.833+05:30मनोज कुमार जी,
आप जैसे मनीषी के द्वारा की गई अपनी ...मनोज कुमार जी,<br />आप जैसे मनीषी के द्वारा की गई अपनी पुस्तक की समीक्षा पढ़ कर मन गदगद हो गया. जब आप जैसे विद्वतजन मेरे लेखन को सराहते हैं तो ऐसे ही अमूल्य पलों में अपने लेखन की सार्थकता का बोध होता है.<br />अत्यंत कृतज्ञ हूं और इस बात के लिए वचनबद्ध भी कि भविष्य में भी आपकी समीक्षात्मक आशाओं पर खरी उतरने का प्रयास करूंगी.<br />पुनः हार्दिक आभार.Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-31624586289597130612011-09-16T15:59:16.083+05:302011-09-16T15:59:16.083+05:30शरद सिंहजी को बधाई एवं इस नाटक से परिचय कराने के ...शरद सिंहजी को बधाई एवं इस नाटक से परिचय कराने के लिए आभार आपका ....रेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-6936080521437898832011-09-16T08:11:12.558+05:302011-09-16T08:11:12.558+05:30dr sharad singh ko hardik shubhkamnayen , aapka ab...dr sharad singh ko hardik shubhkamnayen , aapka abhaar is pustak ke vishay mein batane ke liyeरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-64454373816990014782011-09-16T08:01:31.493+05:302011-09-16T08:01:31.493+05:30शुक्रवार-http://charchamanch.blogspot.com/शुक्रवार-http://charchamanch.blogspot.com/रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-17514040085663216142011-09-16T01:14:29.170+05:302011-09-16T01:14:29.170+05:30सुन्दर प्रस्तुति...
डॉ. शरद सिंह को बधाई और धन्यवा...सुन्दर प्रस्तुति...<br />डॉ. शरद सिंह को बधाई और धन्यवाद तथा आपको विशेष धन्यवाद जो ऐसा समीक्षात्मक विवरण पुस्तक के बारे में प्रस्तुत कियाचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-37827250785987973462011-09-15T23:43:20.151+05:302011-09-15T23:43:20.151+05:30लेखिका को बधाई और परिचय कराने के लिए आपका भी। ज़रु...लेखिका को बधाई और परिचय कराने के लिए आपका भी। ज़रुर पढ़ेंगे।शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-49690406038685498482011-09-15T21:47:45.126+05:302011-09-15T21:47:45.126+05:30डॉ. शरद सिंह का नाटक-गदर की चिनगारियाँ-का परिचय कर...डॉ. शरद सिंह का नाटक-गदर की चिनगारियाँ-का परिचय कराने के लिए आभार।ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-22059438581376591202011-09-15T21:27:29.480+05:302011-09-15T21:27:29.480+05:30डॉ शरद सिंह द्वारा रचित नाट्य कृति 'गदर की चिं...डॉ शरद सिंह द्वारा रचित नाट्य कृति 'गदर की चिंगारिया' का थोड़ा सा अंश आज ही पढा एवं लगा कि वास्तव में सुश्री शरद सिंह ने उन महान नारियों को अपना पात्र बनाया है जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अहम भूमिका का निर्वाह किया है । ज्ञानपरक पुस्तक के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए धन्यवाद । 'आँच' पर की गयी प्रस्तुति भी अच्छी लगी ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-21116564003146018832011-09-15T21:17:40.883+05:302011-09-15T21:17:40.883+05:30शुभकामनाएं.शुभकामनाएं.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-32907363860132835352011-09-15T21:05:31.728+05:302011-09-15T21:05:31.728+05:30पुस्तक से परिचय करवाने के लिये आभार, शरद जी को ब्ल...पुस्तक से परिचय करवाने के लिये आभार, शरद जी को ब्लाग पर नियमित पढते आये हैं, यह नाटक भी उनकी ब्लाग रचनाओं की तरह अत्यंत सशक्त होगा, पुस्तक मंगवाते हैं. बहुत शुभकामनाएं.<br /><br />रामरामताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-18465243100623909562011-09-15T20:07:21.224+05:302011-09-15T20:07:21.224+05:30सर जी, इस पुस्तक से परिचय कराने के लिए आभार ! पुस...सर जी, इस पुस्तक से परिचय कराने के लिए आभार ! पुस्तक समीक्षा बेहद पसंद आई !वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17461991763603646384noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-44059091846762690292011-09-15T19:52:47.221+05:302011-09-15T19:52:47.221+05:30Manoj ji
sundar prastuti ke liye badhai sweekaren...Manoj ji<br /><br />sundar prastuti ke liye badhai sweekaren.<br />मेरी १०० वीं पोस्ट , पर आप सादर आमंत्रित हैं<br /><br />**************<br /><br />ब्लॉग पर यह मेरी १००वीं प्रविष्टि है / अच्छा या बुरा , पहला शतक ! आपकी टिप्पणियों ने मेरा लगातार मार्गदर्शन तथा उत्साहवर्धन किया है /अपनी अब तक की " काव्य यात्रा " पर आपसे बेबाक प्रतिक्रिया की अपेक्षा करता हूँ / यदि मेरे प्रयास में कोई त्रुटियाँ हैं,तो उनसे भी अवश्य अवगत कराएं , आपका हर फैसला शिरोधार्य होगा . साभार - एस . एन . शुक्लS.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-77905308239444064212011-09-15T18:51:18.398+05:302011-09-15T18:51:18.398+05:30डॉ. शरद सिंह का नाटक-गदर की चिनगारियाँ-का परिचय कर...डॉ. शरद सिंह का नाटक-गदर की चिनगारियाँ-का परिचय कराने के लिए आभार।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-85734063368670297632011-09-15T15:51:45.716+05:302011-09-15T15:51:45.716+05:30बहुत अच्छी समीक्षा प्रस्तुत की गई है!बहुत अच्छी समीक्षा प्रस्तुत की गई है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-37912860401721382332011-09-15T15:12:10.317+05:302011-09-15T15:12:10.317+05:30अच्छी जानकारी मिली ..पुस्तक पढने की रूचि जाग्रत कर...अच्छी जानकारी मिली ..पुस्तक पढने की रूचि जाग्रत कर दी है ... डा० शरद सिंह को बधाईसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-33655437957873486832011-09-15T14:43:05.224+05:302011-09-15T14:43:05.224+05:30महत्वपूर्ण रचना से अवगत करवाया है आपने.महत्वपूर्ण रचना से अवगत करवाया है आपने.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-369082538992611492011-09-15T14:35:26.128+05:302011-09-15T14:35:26.128+05:30जिसदिन आपको यह पुस्तक सस्ता साहित्य मंडल में मिली ...जिसदिन आपको यह पुस्तक सस्ता साहित्य मंडल में मिली थी मैं आपके साथ ही था. कैसे कार्यालय के रिनोवेशन के दौरान अस्त व्यस्त सस्ता साहित्य मंडल में आप किताब को ढूंढ रहे थे वह आपके पुस्तक प्रेम को दर्शाता है. मैं तो अभिभूत हो जाता हूं. शरद जी के लेखन से परिचित हूं. इन दिनों उनका एक स्तम्भ नई दुनिया में रविवार को आ रहा है. अच्छा लगता है उनको पढना. ग़दर की कहानियों का जिस तरह आपने समीक्षा की वह उनके लेखन को नई दृष्टि दे रहा है. इस पुस्तक को खरीद कर पढना है. अच्छी समीक्षा वही है जो पुस्तक के प्रति रूचि जगा दे. आंच का एक और उत्कृष्ट अंक.अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-41227854675208827572011-09-15T14:07:32.906+05:302011-09-15T14:07:32.906+05:30वाह.बहुत आभार आपका मनोज जी इस पुस्तक से परिचय करान...वाह.बहुत आभार आपका मनोज जी इस पुस्तक से परिचय कराने का. डॉ शरद सिंह को ब्लॉग पर पढ़ा है.अब ये नाटक भी पढ़ने की इच्छा है.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-38748595577703304052011-09-15T13:59:55.633+05:302011-09-15T13:59:55.633+05:30देखी रचना ताज़ी ताज़ी --
भूल गया मैं कविताबाजी |
चर...देखी रचना ताज़ी ताज़ी --<br />भूल गया मैं कविताबाजी |<br /><br />चर्चा मंच बढाए हिम्मत-- -<br />और जिता दे हारी बाजी |<br /><br />लेखक-कवि पाठक आलोचक<br />आ जाओ अब राजी-राजी |<br /><br />क्षमा करें टिपियायें आकर<br />छोड़-छाड़ अपनी नाराजी ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com