tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post5877006805467234012..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: शिवस्वरोदय – 52मनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-628590853751402002011-07-23T10:14:00.750+05:302011-07-23T10:14:00.750+05:30इस ज्ञान को प्राप्त कर मन संतुष्ट हुआ।इस ज्ञान को प्राप्त कर मन संतुष्ट हुआ।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-73100525658627306122011-07-22T17:03:52.677+05:302011-07-22T17:03:52.677+05:30शिवस्वरोदय पढ़ने के बाद लगता है जैसे भगवान के प्रस...शिवस्वरोदय पढ़ने के बाद लगता है जैसे भगवान के प्रसाद की प्राप्ति हुई है!<br />आभार !ज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-665310082599190512011-07-22T13:31:23.647+05:302011-07-22T13:31:23.647+05:30बेचारी स्त्री। उसके हाथ में बस पुरूषों के "वश...बेचारी स्त्री। उसके हाथ में बस पुरूषों के "वश में आना' ही है!कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-88421015713794330932011-07-22T11:23:13.372+05:302011-07-22T11:23:13.372+05:30इसे पढ़कर पाठकों को अन्यथा नहीं लेना चाहिए आखिर यह...इसे पढ़कर पाठकों को अन्यथा नहीं लेना चाहिए आखिर यह भी हमारी प्राचीन साहित्यिक संपदा है. इससे तत्कालीन विचारों का पता चलता है.Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.com