tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post6293194786535454983..comments2024-03-06T12:52:47.485+05:30Comments on मनोज: प्रलय के काले मेघ उठेमनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-64600255257723681852013-04-29T10:45:31.870+05:302013-04-29T10:45:31.870+05:30क्या से क्या हो गया -कैसा लगता है पढ़ कर !क्या से क्या हो गया -कैसा लगता है पढ़ कर !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-11576992137192050792013-04-28T12:06:27.112+05:302013-04-28T12:06:27.112+05:30दया धरम उठ गये जगत से प्रेम भाव खोया
इन्सानों के म...दया धरम उठ गये जगत से प्रेम भाव खोया<br />इन्सानों के मन में पशुओं से आवेग उठे.<br /><br />बहुत सुंदर और सार्थक विचार.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-61321254641042366782013-04-27T14:14:24.487+05:302013-04-27T14:14:24.487+05:30बहुत बढ़िया...
बेहद सार्थक
सादर
अनु बहुत बढ़िया...<br />बेहद सार्थक<br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-88776992672413915592013-04-24T19:23:01.004+05:302013-04-24T19:23:01.004+05:30दया धरम जीवित रह जाये,
जैसे दिन थे, वैसे आये।दया धरम जीवित रह जाये,<br />जैसे दिन थे, वैसे आये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-47668681163009789972013-04-23T20:30:59.011+05:302013-04-23T20:30:59.011+05:30बहुत दिन बाद पढ़ने का अवसर मिला मिश्र जी को.. और र...बहुत दिन बाद पढ़ने का अवसर मिला मिश्र जी को.. और रचना दिल को छू गयी!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-26157542404307677812013-04-23T14:08:22.020+05:302013-04-23T14:08:22.020+05:30दया धरम उठ गये जगत से प्रेम भाव खोया
इन्सानों के म...दया धरम उठ गये जगत से प्रेम भाव खोया<br />इन्सानों के मन में पशुओं से आवेग उठे <br /><br />Bahut sateek aur samayik kawita.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-27878959859229027392013-04-22T21:32:29.164+05:302013-04-22T21:32:29.164+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति..!
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शस्य श्यामला धरा बनाओ।...बहुत सुन्दर प्रस्तुति..!<br />--<br />शस्य श्यामला धरा बनाओ।<br />भूमि में पौधे उपजाओ!<br />अपनी प्यारी धरा बचाओ!<br />--<br />पृथ्वी दिवस की बधाई हो...!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-61501136127248274832013-04-22T18:41:49.115+05:302013-04-22T18:41:49.115+05:30आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल २३ /४/१३ को...आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल २३ /४/१३ को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहां हार्दिक स्वागत है । Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-29604255992097197652013-04-22T18:36:35.212+05:302013-04-22T18:36:35.212+05:30सार्थक रचनासार्थक रचनाvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-53269961356656244832013-04-22T14:56:37.634+05:302013-04-22T14:56:37.634+05:30मन को झकझोर देने वाली रचना .... आभार मन को झकझोर देने वाली रचना .... आभार संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-54273016702189614112013-04-22T14:29:25.696+05:302013-04-22T14:29:25.696+05:30बहुत ही कमाल का शब्द संयोजन ... उम्दा रचना ...बहुत ही कमाल का शब्द संयोजन ... उम्दा रचना ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-33624218136632810142013-04-22T13:19:47.525+05:302013-04-22T13:19:47.525+05:30बहुत गहन रचना ..आभार मनोज जी .बहुत गहन रचना ..आभार मनोज जी .Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-42829498474773543902013-04-22T13:17:21.007+05:302013-04-22T13:17:21.007+05:30बहुत उम्दा सुंदर रचना,,,श्यामनारायण मिश्र जी की सा...<b>बहुत उम्दा सुंदर रचना,,,श्यामनारायण मिश्र जी की साझा करने के आभार ,,,मनोज जी,,,</b><br /><br /><b>RECENT POST </b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/04/blog-post_18.html#links" rel="nofollow">: प्यार में दर्द है,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-75830049063807109482013-04-22T10:53:37.779+05:302013-04-22T10:53:37.779+05:30बहुत गहन रचना .......
God Bless U ......बहुत गहन रचना .......<br />God Bless U ......विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-59086607726518456752013-04-22T10:36:10.969+05:302013-04-22T10:36:10.969+05:30दया धरम उठ गये जगत से प्रेम भाव खोया
इन्सानों के म...दया धरम उठ गये जगत से प्रेम भाव खोया<br />इन्सानों के मन में पशुओं से आवेग उठे<br /><br />मन उद्वेलित करती ...बहुत सुन्दर रचना ...!!<br />आभार श्यामनारायण मिश्र जी एवं मनोज जी ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.com