tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post6789010903209663561..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: देसिल बयना - 69 : चढिये समधी... चढिये समधी.....मनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-73323659805268333792011-02-25T10:36:46.164+05:302011-02-25T10:36:46.164+05:30आ हा हा हा..पूरा द्रिस आँख के आगे डोला दिए बबुआ......आ हा हा हा..पूरा द्रिस आँख के आगे डोला दिए बबुआ...<br /><br />एकदम आनंदम आनंदम हो गया...<br /><br />खुश रहो...जियो...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-70547465591071122952011-02-24T02:10:12.176+05:302011-02-24T02:10:12.176+05:30मज़ेदार -लगता है कुछ लखनौआ रंग चढ़ गया है !मज़ेदार -लगता है कुछ लखनौआ रंग चढ़ गया है !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-3224390454943896602011-02-23T21:38:47.152+05:302011-02-23T21:38:47.152+05:30पहिले अढाई-अढाई दिन का मरजाद होता था। भुक्खड़ समाज...पहिले अढाई-अढाई दिन का मरजाद होता था। भुक्खड़ समाज। लड़का देगा त चूसे बिना लौटेगा नहीं। अब अच्छा है। अपने से लो आकि कोई परस के दे-एक साम खाओ और रस्ता नापो।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-35687049825692360462011-02-23T20:42:36.310+05:302011-02-23T20:42:36.310+05:30करन बाबू! अब त आपका टाइम आईये रहा है देखने का ई सब...करन बाबू! अब त आपका टाइम आईये रहा है देखने का ई सब डिरामा.. बाकी अब ई बतियो खतम होले जा रहा है! न गारी, न भतखई,नपहिले आप! <br />मगर चलिये आपके बहाने हमहूँ पुरनका घर, दलान अऊर खरिहान घुर लेते हैं!! मजा आ गया!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-43518739573124054842011-02-23T20:19:49.537+05:302011-02-23T20:19:49.537+05:30सुंदर वर्णन के साथ सार्थक देसिल बयना।सुंदर वर्णन के साथ सार्थक देसिल बयना।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-80456720895672433422011-02-23T19:49:39.217+05:302011-02-23T19:49:39.217+05:30सभी पाठकों को कोटि-कोटि धन्यवाद.सभी पाठकों को कोटि-कोटि धन्यवाद.करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-30051818975322066322011-02-23T19:33:05.610+05:302011-02-23T19:33:05.610+05:30Bahut badhiya...Chhabili Maami ke character bahut ...Bahut badhiya...Chhabili Maami ke character bahut dinak baad aayal..ज्योति प्रकाश लालhttps://www.blogger.com/profile/12800093430943151135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-44175386439525205992011-02-23T17:55:21.098+05:302011-02-23T17:55:21.098+05:30करन जी,
इस बार तो कमाल ही कमाल है !
भाषा का प्रवाह...करन जी,<br />इस बार तो कमाल ही कमाल है !<br />भाषा का प्रवाह और सम्प्रेषण आपकी विशिष्ट शैली में इतने मुखर होकर अपना प्रभाव पैदा कर रहें हैं कि मेरे विचार उसे अभिव्यक्त करने में सक्षम नहीं हैं !<br />माँ शारदे की अनुकम्पा आप पर सदा यूँ ही बनी रहें !ज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-72092895710187173572011-02-23T17:48:53.561+05:302011-02-23T17:48:53.561+05:30सजीव चित्रण से के माध्यम से देसिल बयना को अर्थवान ...सजीव चित्रण से के माध्यम से देसिल बयना को अर्थवान करती पोस्ट। आभार।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-32255986208063699342011-02-23T15:53:57.962+05:302011-02-23T15:53:57.962+05:30देसिल बयना की जीवंतता मन को हरने वाली है।
-------...देसिल बयना की जीवंतता मन को हरने वाली है।<br /><br />---------<br /><b><a href="http://za.samwaad.com/search/label/Blogvani" rel="nofollow">ब्लॉगवाणी: ब्लॉग समीक्षा का एक विनम्र प्रयास।</a></b>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-76699871260560519332011-02-23T14:46:08.567+05:302011-02-23T14:46:08.567+05:30आलेख पढ़कर ऐसा लगा कि हम ही शादी में शामिल हो गए ह...आलेख पढ़कर ऐसा लगा कि हम ही शादी में शामिल हो गए हैं. रोचक प्रसंग .मेरे भावhttps://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-31375699493483978342011-02-23T09:34:18.744+05:302011-02-23T09:34:18.744+05:30मुझे तो इसकी भाषा और matter दोनों ही बहुत प्यारे ल...मुझे तो इसकी भाषा और matter दोनों ही बहुत प्यारे लगे.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-43379701848023402822011-02-23T08:53:39.197+05:302011-02-23T08:53:39.197+05:30जब तक बेमतलब की औपचारिकताओं का फेर रहेगा तब तक जरू...जब तक बेमतलब की औपचारिकताओं का फेर रहेगा तब तक जरूरी काम छूटेंगे ही। <br />मार लाठी तोहरे फ़रमलिट्टी को।<br /><br />बहुत सुन्दर,हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/18188395734198628590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-6977331702462932732011-02-23T08:20:03.702+05:302011-02-23T08:20:03.702+05:30रोचक शैली में सुंदर कथा।
अच्छा लगा पढना।रोचक शैली में सुंदर कथा।<br />अच्छा लगा पढना।हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-13342292801494199762011-02-23T08:15:21.739+05:302011-02-23T08:15:21.739+05:30बेहतरीन। लाजवाब।बेहतरीन। लाजवाब।राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-68561536549384816772011-02-23T08:03:49.029+05:302011-02-23T08:03:49.029+05:30रोचक प्रसंग दर्शाता हुआ रोचक लेख .रोचक प्रसंग दर्शाता हुआ रोचक लेख .Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.com