tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post8909221741087851164..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: देसिल बयना - 58 : कदुआ पर सितुआ चोखमनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-5785739630731498422010-12-02T19:43:04.153+05:302010-12-02T19:43:04.153+05:30कद्दू और सेतुआ मिला कर कोई व्यन्जन बनता है क्या? आ...कद्दू और सेतुआ मिला कर कोई व्यन्जन बनता है क्या? आजकल दोनों हैं घर में। बाकी सतुआ चोख है या लऊआ, यह तो देखना पड़ेगा।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-81217894289245236112010-12-02T00:27:59.183+05:302010-12-02T00:27:59.183+05:30.
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"कदुआ पर तो सितुआ भी चोख"
वाह, अत....<br />.<br />.<br />"कदुआ पर तो सितुआ भी चोख"<br /><br />वाह, अति सुन्दर कथा...<br /><br />आभार!<br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-83318461074535044842010-12-01T19:42:54.389+05:302010-12-01T19:42:54.389+05:30सुन्दर पोस्ट.सुन्दर पोस्ट.ज़मीरhttps://www.blogger.com/profile/03363292131305831723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-16621836511181271662010-12-01T19:40:59.888+05:302010-12-01T19:40:59.888+05:30इस बार का देसिल बयना पढकर अच्छा लगा.इस बार का देसिल बयना पढकर अच्छा लगा.शमीमhttps://www.blogger.com/profile/17758927124434136941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-8373221425563145152010-12-01T19:09:42.613+05:302010-12-01T19:09:42.613+05:30आपकी रोचक पोस्ट से तो हमें भी खासी जानकारी मिली!आपकी रोचक पोस्ट से तो हमें भी खासी जानकारी मिली!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-33944956843760432362010-12-01T17:06:00.285+05:302010-12-01T17:06:00.285+05:30Ram Ram Karan Ji...
Bahute din bad apka likhe desi...Ram Ram Karan Ji...<br />Bahute din bad apka likhe desil bayna padhe aur humesa ki tarah apne bahute acha likha hai...waise to kadua humko ekdume pasand ni hai lakn e post me kadua ekdum chha gaya hai....<br />Baki hum ka kahe ketno tarif karen apke lekhaki ka kamme hoga...Rachna Karnahttps://www.blogger.com/profile/01778833565266862817noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-33271646260558208722010-12-01T16:27:15.457+05:302010-12-01T16:27:15.457+05:30अति सुन्दरअति सुन्दरडॉ० डंडा लखनवीhttps://www.blogger.com/profile/14536866583084833513noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-50703117865008535022010-12-01T15:20:28.746+05:302010-12-01T15:20:28.746+05:30बहुत सुन्दर लगी कथा! बेहतरीन प्रस्तुती!बहुत सुन्दर लगी कथा! बेहतरीन प्रस्तुती!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-11806518407628495502010-12-01T14:37:27.259+05:302010-12-01T14:37:27.259+05:30मैं सभी पाठकों को हृदय से धन्यवाद देता हूँ. आप सभी...मैं सभी पाठकों को हृदय से धन्यवाद देता हूँ. आप सभी असीम धैर्य के साथ पिछले एक साल से इस अंक को पढ़ते और अपनी स्नेहिल टिप्पणियों से मेरा उत्साहवर्धन करते आ रहे हैं.... यह अप्रतीम सहयोग मैं कभी भूल नहीं सकता. मैं आपका सदैव आभारी रहूँगा !करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-48011156320385706342010-12-01T13:49:18.221+05:302010-12-01T13:49:18.221+05:30रोचक और जीवंत चित्रणरोचक और जीवंत चित्रणसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-4862306250799111662010-12-01T12:09:15.590+05:302010-12-01T12:09:15.590+05:30बहुत बढ़िया देसिल बयना ...मैंने तो यह कहावत पहली ...बहुत बढ़िया देसिल बयना ...मैंने तो यह कहावत पहली बार सुनी ...( पढ़ी ) ...बीच बछ में और भी लोकोक्तियों से परिचय हुआ ....बहुत रसदार रही यह कथा ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-5922590517948104562010-12-01T11:36:56.531+05:302010-12-01T11:36:56.531+05:30देसिल बयना के उत्कृष्ट अंको में से एक... बहुत पुरा...देसिल बयना के उत्कृष्ट अंको में से एक... बहुत पुरानी कहावत का रोचक और जीवंत चित्रण जिसमे ग्रामिनांचल की महक जिन्दा है.. .. करण बधाई स्वीकार करें..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-36878347117490417922010-12-01T10:55:21.647+05:302010-12-01T10:55:21.647+05:30सुन्दर प्रस्तुति ....सुन्दर प्रस्तुति ....सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-47915306611260598542010-12-01T10:50:48.021+05:302010-12-01T10:50:48.021+05:30बहुत रसदार कथा से एक बार फिर आपने चमत्कृत कर दिया ...बहुत रसदार कथा से एक बार फिर आपने चमत्कृत कर दिया और मिथिला की संस्कृति को जीवंत रूप से प्रस्तुत कर दिया। आभार आपका। बेहतरीन!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-64489610057610787042010-12-01T10:37:48.390+05:302010-12-01T10:37:48.390+05:30Sunder prartuti...kamjore par to sabka jore chal j...Sunder prartuti...kamjore par to sabka jore chal jata hai.उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-42074934539112216172010-12-01T09:41:30.987+05:302010-12-01T09:41:30.987+05:30करन जी,
बड़े बुजुर्ग सच ही कह गए हैं, कभी कमज़ोर क...करन जी,<br />बड़े बुजुर्ग सच ही कह गए हैं, कभी कमज़ोर को कमज़ोर नहीं समझना चाहिए ,क्या पता कब कदुआ पर सितुआ भारी पड़ जाय !<br />हमेशा की तरह सुन्दर प्रस्तुति !<br />-ज्ञानचंद मर्मज्ञज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-11840936668805205082010-12-01T09:04:38.844+05:302010-12-01T09:04:38.844+05:30बहुत बढिया से बताए हैं कि कदुआ पर सितुआ कैसे तबर-त...बहुत बढिया से बताए हैं कि कदुआ पर सितुआ कैसे तबर-तबर चलता है। हंसी-मजाक में बहुते बढिया देसिल बयना से परिचय करा दिए। <br />वैसे तो ई बयना हम बहुत प्रयोग करते हैं। आखिर हर घर में हम महिलाएं इसके व्यवहार पक्ष से भलि-भांति परिचित हैं।<br />हर घर में, हर काल में कदुआ पर सितुआ चोखे ही त रहता है। है कि नहीं करण जी।हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-88955951482091071052010-12-01T08:56:23.043+05:302010-12-01T08:56:23.043+05:30यहाँ पर आकर मैथिली भाषा सीखने का मौका मिल रहा है...यहाँ पर आकर मैथिली भाषा सीखने का मौका मिल रहा है ..कथा स्पष्ट सन्देश देती है ...शुक्रियाकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-1685293099693612962010-12-01T08:50:59.445+05:302010-12-01T08:50:59.445+05:30देसिल बयना बहुत अच्छा लगा करण भइया। मैथिली में तो ...देसिल बयना बहुत अच्छा लगा करण भइया। मैथिली में तो रस टपकता है।हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/15988235447716563801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-45307205351959516702010-12-01T08:49:07.068+05:302010-12-01T08:49:07.068+05:30आँचलिक कहावतों को सरस, स्वाभाविक और मौलिक कथा के ...आँचलिक कहावतों को सरस, स्वाभाविक और मौलिक कथा के माध्यम से प्रस्तुत करके आप एक अभिनव कार्य कर रहे हैं।<br />आपका आभार।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-53740338856003854932010-12-01T08:46:48.933+05:302010-12-01T08:46:48.933+05:30देसिल बयना के क्या कहने। हर बार एक रोचक प्रतुति के...देसिल बयना के क्या कहने। हर बार एक रोचक प्रतुति के साथ प्रकट होता है। अब इसका उत्सुकता से इंतजार रहता है।good_donehttps://www.blogger.com/profile/15110617932419017381noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-54911617182045734662010-12-01T08:44:50.176+05:302010-12-01T08:44:50.176+05:30सुन्दर प्रस्तुति।
धन्यवाद।सुन्दर प्रस्तुति।<br />धन्यवाद।Ankurhttps://www.blogger.com/profile/14470794234224320950noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-28765440874915792122010-12-01T08:43:48.997+05:302010-12-01T08:43:48.997+05:30कथा अच्छी लगी साथ में एक कहावत और स्पष्ट हुई। आभार...कथा अच्छी लगी साथ में एक कहावत और स्पष्ट हुई। आभार।हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/18188395734198628590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-18390553334527917152010-12-01T07:13:54.264+05:302010-12-01T07:13:54.264+05:30Is bar ka deshil Bayna KADUA PAR SITUA CHOKH bahut...Is bar ka deshil Bayna KADUA PAR SITUA CHOKH bahut hi achha laga.Sarthak post.Good Morning.प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.com