tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post1037745694667295163..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: फुर्सत में : खट्टर पुराणमनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-32600616070957615742011-02-20T08:20:49.629+05:302011-02-20T08:20:49.629+05:30खट्टर पुराण बहुत रोचक रहा। हरिमोहन झा जी से परिचय ...खट्टर पुराण बहुत रोचक रहा। हरिमोहन झा जी से परिचय कराने के लिए करण जी आपका आभार,हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/18188395734198628590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-86866070625880327702011-02-19T23:56:52.962+05:302011-02-19T23:56:52.962+05:30वे अद्भुत प्रतिभा सम्पन्न थे। उनकी पुस्तक खट्टर कक...वे अद्भुत प्रतिभा सम्पन्न थे। उनकी पुस्तक खट्टर ककाक तरंग का दुनिया की कई भाषाओं में अनुवाद हो चुका है।शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-75580831671330898472011-02-19T23:11:01.813+05:302011-02-19T23:11:01.813+05:30आपके माध्यम से खट्टर कका से परिचय हुआ! धन्यवाद !आपके माध्यम से खट्टर कका से परिचय हुआ! धन्यवाद !रजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-5013921149664129662011-02-19T21:35:20.680+05:302011-02-19T21:35:20.680+05:30अपने खुद के सृजित पात्र खट्टर काका के जरिये अंधविश...अपने खुद के सृजित पात्र खट्टर काका के जरिये अंधविश्वासों के खिलाफ मुहिम चलाने के लिए यह यशश्वी रचनाकार सदैव याद किया जाएगा !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-5531591246897940652011-02-19T21:16:24.447+05:302011-02-19T21:16:24.447+05:30सभी पाठकों को हृदय से आभारी हूँ। विशेषतः श्री अरुण...सभी पाठकों को हृदय से आभारी हूँ। विशेषतः श्री अरुणचन्द्र जी का। आखिर यह उन्ही की प्रेरणा थी। फिर श्री मनोज कुमार जी का कि उन्होने इस प्रस्ताव को न केवल सहर्ष अनुमति दी बल्कि बहुत सारी भूली बिसरी बातें भी याद दिलायी मिथिला के इस महान विभुति के संबंध में। और फिर आप सबों का प्रोत्साहन और स्नेह... इसके लिये सिर्फ़ धन्यवाद काफ़ी नहीं है। मैं कोशिश करुंगा कि खट्टर काका की सरस लेखिनी का आनंद कुछ सप्ताह तक आपको मिलता रहे। अरुण्जी ने सच ही कहा है कि समाजिक बुराइयों के परिष्कार के लिये झाजी ने जितने सधे हुए प्रयास किये हैं, उतना कोई समाजसुधारक ही कर सकता है। किन्तु झाजीका मार्ग शुष्क उपदेशपरक नहीं बल्कि सरस हास्यपुर्ण है।करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-19836143616255647292011-02-19T20:28:48.275+05:302011-02-19T20:28:48.275+05:30करन किसी देश या प्रदेश के साहित्य के विकास में उस ...करन किसी देश या प्रदेश के साहित्य के विकास में उस क्षेत्र के आर्थिक विकास का महत्व होता है..मिथिलांचल की सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत को देशव्यापी पहचान इसलिए नहीं मिली क्योंकि हम आर्थिक रूप से पिछड़े थे... अन्यथा कवि हरिमोहन झा को परसाई जी के समक्ष रखा जाता ... खट्टर काका के माध्यम से मिथिलांचल में व्याप्त कुरीतियों, कुंठाओं, सामाजिक भेद भाव... कर्मकांड ..पाखंड आदि पर जिस तरह व्यंग्य किया है वह कोई समाजसुधारक भी नहीं कर सका... उच्च वर्ग की मानसिकता को जिस तरह उधेडा है.. आर्थिक विपन्नता के कारणों पर जिस तरह चोट किया है... वह पूरे उत्तर भारत में किसी अन्य भाषा में नहीं हुआ है... 'चुडा दही चीनी' को उनके प्रतिनिधि व्यंग्य के रूप में जाना जाता है... इसका प्रस्तुतीकरण भी आपने बढ़िया किया है.. आगे और भी रचनाएं हिंदी के पाठको को मिले.. यही कामना है..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-18737307679229052292011-02-19T17:07:43.364+05:302011-02-19T17:07:43.364+05:30"धन्य हैं खट्टर काका । आप जो न सिद्ध कर दें ।..."धन्य हैं खट्टर काका । आप जो न सिद्ध कर दें ।"<br />श्री हरिमोहन झा जी से मिलनाने के लिए आभार!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-30067815115633558322011-02-19T14:26:16.453+05:302011-02-19T14:26:16.453+05:30जी बहुत बहुत धन्यवाद.जी बहुत बहुत धन्यवाद.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-72958234353410082172011-02-19T13:30:43.173+05:302011-02-19T13:30:43.173+05:30खट्टर काका का परिचय, खट्टर पुराण और करण समस्तीपुरी...खट्टर काका का परिचय, खट्टर पुराण और करण समस्तीपुरी त्रिगुण-संयोगात् हास्यरस-निष्पत्तिः।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-64628999830632980092011-02-19T13:14:00.977+05:302011-02-19T13:14:00.977+05:30पंडित हरिमोहन झा जी से परिचय कराने के लिए धन्यवाद ...पंडित हरिमोहन झा जी से परिचय कराने के लिए धन्यवाद !<br />'दही चुडा चीनी' के माध्यम से खट्टर पुराण की भी झलक मिल गयीज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-35161730934931216632011-02-19T13:14:00.820+05:302011-02-19T13:14:00.820+05:30पंडित हरिमोहन झा जी से परिचय कराने के लिए धन्यवाद ...पंडित हरिमोहन झा जी से परिचय कराने के लिए धन्यवाद !<br />'दही चुडा चीनी' के माध्यम से खट्टर पुराण की भी झलक मिल गयीज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-83994033919056973752011-02-19T12:03:02.454+05:302011-02-19T12:03:02.454+05:30प्रेरणास्पद लेख के लिए धन्यवाद..प्रेरणास्पद लेख के लिए धन्यवाद..vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-46393620471305910572011-02-19T11:45:16.747+05:302011-02-19T11:45:16.747+05:30हरिमोहन झा जी से परिचय कराने के लिए धन्यवाद ... जी...हरिमोहन झा जी से परिचय कराने के लिए धन्यवाद ... जीवन/सांख्य दर्शन अच्छा लगा ...Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-39593768257309295522011-02-19T11:43:49.877+05:302011-02-19T11:43:49.877+05:30जानकारीपरक भी और हास्य मिश्रित भी, अच्छी लगी ये पो...जानकारीपरक भी और हास्य मिश्रित भी, अच्छी लगी ये पोस्ट.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-32409093456836817512011-02-19T11:42:40.228+05:302011-02-19T11:42:40.228+05:30हरिमोहन झा जी से परिचय अच्छा लगा…………हमे तो कोई जान...हरिमोहन झा जी से परिचय अच्छा लगा…………हमे तो कोई जानकारी नही थी मगर आपने जो दर्शन प्रस्तुत किया है उससे ये तो समझ आ गया वो सच मे एक महान इंसान होंगे क्योंकि आम चीजो मे भी दर्शन ढूँढना सबके बसकी बात नही और उन्होने तो पूरा ज्ञान ही उतार दिया …………तत्व दर्शन करा दिया।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-90342579023299930642011-02-19T11:41:48.492+05:302011-02-19T11:41:48.492+05:30अच्छा लगा हरिमोहन जी के बारे में जानकर..... सार्थक...अच्छा लगा हरिमोहन जी के बारे में जानकर..... सार्थक पोस्ट डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-64207712172778407612011-02-19T11:32:39.274+05:302011-02-19T11:32:39.274+05:30हरिमोहन झा जी से परिचय अच्छा लगा ...मैं इनके साहित...हरिमोहन झा जी से परिचय अच्छा लगा ...मैं इनके साहित्य को पढने से वंचित ही रही ...बहुत अच्छा कार्य होगा यदि यह श्रृंखला जारी रहेगी ....मनोज जी के आदेश का पालन किया जाए ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-28621997933705275352011-02-19T11:06:08.131+05:302011-02-19T11:06:08.131+05:30भूली-बिसरी यादें!
जब आठ-दस बरस का रहा होऊंगा, तब ...भूली-बिसरी यादें!<br />जब आठ-दस बरस का रहा होऊंगा, तब देखी थी फ़िल्म कन्यादान। अहा!<br />कितने वर्षों बाद आपने उसकी याद दिला दी। याद दिला दी बुच्ची दाई। और सही कहा आपने कि रुढियों पर कुठाराघात इनकी रचनाओं का मूल स्वर रहा है।<br />उस ज़माने में जब कि मिथिलांचल की महिलाएं भर मुंह अपने से बड़ों से बात भी नहीं कर पाती थीं, उनकी नायिका अपने अधिकार के लिए काफ़ी प्रगतिशील क़दम उठाई और सफल हुई।<br />खट्टर काका तो हम लोग खूब पढे सुने।<br />और आज की कहानी भी लाजवाब रही।<br />यह श्रृंखला ज़ारी रहे .... आदेश है, निवेदन नहीं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-88902618362961484192011-02-19T10:53:09.001+05:302011-02-19T10:53:09.001+05:30वाह, क्या बात है !वाह, क्या बात है !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-79833361225078950772011-02-19T09:56:11.376+05:302011-02-19T09:56:11.376+05:30झा जी को प्रणाम ,और इस प्रस्तुति के लिये आपका आभार...झा जी को प्रणाम ,और इस प्रस्तुति के लिये आपका आभारअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.com