tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post3260717847973091441..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: ग्रीष्म और पर्वताँचल की नदियाँमनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-75638478909911214812010-05-27T15:51:25.047+05:302010-05-27T15:51:25.047+05:30नदी के प्रवाह की तरह बहती हुई आपकी रचना है ... प्र...नदी के प्रवाह की तरह बहती हुई आपकी रचना है ... प्राकृति के विभिन्न रंगों को आपने उतरा है इस रचना में ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-64162921947379146962010-05-27T00:18:31.814+05:302010-05-27T00:18:31.814+05:30प्रकृति और मानव जीवन की अपनी-अपनी विडंबनाएँ हैं।प्रकृति और मानव जीवन की अपनी-अपनी विडंबनाएँ हैं।शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-26597753163493897152010-05-26T19:58:31.719+05:302010-05-26T19:58:31.719+05:30सजीव वर्णन। बहुत अच्छी पोस्ट।सजीव वर्णन। बहुत अच्छी पोस्ट।राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-29513984039240507132010-05-26T13:57:54.669+05:302010-05-26T13:57:54.669+05:30क्या प्रवाह है कविता की. बहुत ही सुन्दर रचना है.
म...क्या प्रवाह है कविता की. बहुत ही सुन्दर रचना है.<br />मन प्रसन्न हो गया.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-59838405987336684352010-05-25T22:59:06.731+05:302010-05-25T22:59:06.731+05:30बहुत सुंदर जी, धन्यवादबहुत सुंदर जी, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-92055578480313441322010-05-25T21:20:24.265+05:302010-05-25T21:20:24.265+05:30नदियों की तरह ही प्रवाहमय ।नदियों की तरह ही प्रवाहमय ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-9690102452243887132010-05-25T20:17:20.977+05:302010-05-25T20:17:20.977+05:30इस साल तो भयानक गर्मी पड़ी है भारत के सभी जगहों पर ...इस साल तो भयानक गर्मी पड़ी है भारत के सभी जगहों पर ! आपने बहुत सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ उम्दा रचना प्रस्तुत किया है जो शीतलता का एहसास प्रदान किया है! बहुत बढ़िया लगा!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-3624220013706139462010-05-25T20:17:07.688+05:302010-05-25T20:17:07.688+05:30...बेहतरीन .... प्रसंशनीय !!!...बेहतरीन .... प्रसंशनीय !!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-20597218847605512842010-05-25T18:37:48.264+05:302010-05-25T18:37:48.264+05:30गर्मी में शीतलता दे रहा है आपकी रचना
मेरा ब्लॉग -...गर्मी में शीतलता दे रहा है आपकी रचना <br />मेरा ब्लॉग -http://madhavrai.blogspot.com/<br /><br />पापा का ब्लॉग <br />http://qsba.blogspot.com/माधव( Madhav)https://www.blogger.com/profile/07993697625251806552noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-76940756492698941032010-05-25T18:37:04.491+05:302010-05-25T18:37:04.491+05:30भीषण गर्मी का अहसास करा गयी यह कविता....आज के बजाय...भीषण गर्मी का अहसास करा गयी यह कविता....आज के बजाये पहले कितना सुकूँ देती होगी प्रकृति.....सुन्दर अभिव्यक्तिसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com