tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post3887925846710131361..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: फ़ुरसत में … चिठियाना का साक्षात्कारमनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-87246066707187884682012-08-14T10:52:59.947+05:302012-08-14T10:52:59.947+05:30kammal ki prastuti......behad rochak andaz.kammal ki prastuti......behad rochak andaz.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-82652415952058728712012-08-13T11:03:50.605+05:302012-08-13T11:03:50.605+05:30लगता है इन साक्षात्कारों की श्रृंखला शुरू कर दी है...लगता है इन साक्षात्कारों की श्रृंखला शुरू कर दी है आपने :)। इस मौलिक विचार और इतनी मेहनत में आपकी प्रतिभा स्पष्ट दिख रही है। वाकई बहुत मज़ा आया...दीपिका रानीhttps://www.blogger.com/profile/12986060603619371005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-6632686560899875772012-08-13T08:30:15.886+05:302012-08-13T08:30:15.886+05:30:):)रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-80084153810433131552012-08-13T08:24:17.159+05:302012-08-13T08:24:17.159+05:30चिठियाना, टिपियान , चिंचियाना ..
ज्ञान चक्षु खुल ...चिठियाना, टिपियान , चिंचियाना .. <br />ज्ञान चक्षु खुल गये इस साक्षात्कार से !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-53527799829617273472012-08-12T21:46:27.622+05:302012-08-12T21:46:27.622+05:30पुनः सोचने पर विवश कर दिया..पुनः सोचने पर विवश कर दिया..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-29048500368666552932012-08-12T20:44:39.559+05:302012-08-12T20:44:39.559+05:30:):)देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-139555164297808482012-08-12T20:14:44.868+05:302012-08-12T20:14:44.868+05:30आजकल जब टीवी पर एंकर को साक्षात्कार करते देखता हूं...आजकल जब टीवी पर एंकर को साक्षात्कार करते देखता हूं, तो वे चिचियाते ही लगते हैं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-17734990732613632302012-08-12T17:35:14.057+05:302012-08-12T17:35:14.057+05:30कितनों को लपेट लिया ...
बहुत खूब आनंद आ गया ....कितनों को लपेट लिया ... <br />बहुत खूब आनंद आ गया ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-91806343512929535142012-08-12T10:17:59.533+05:302012-08-12T10:17:59.533+05:30बात कुछ ऐसी ही होनी चाहिए जो कि फुरसत में ही की जा...बात कुछ ऐसी ही होनी चाहिए जो कि फुरसत में ही की जानी चाहिए . ताल-मात्राओं को ठोक-ठोक कर..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-8293628476314810242012-08-12T09:41:34.064+05:302012-08-12T09:41:34.064+05:30बड़े चिट्ठाकार, मठाधीश टाइप के चिट्ठाकार अन्य लोगो...बड़े चिट्ठाकार, मठाधीश टाइप के चिट्ठाकार अन्य लोगों से सुझाव लेने में रुचि नहीं दिखाते। <br /><br />बहुत खूब !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-75795954074748331062012-08-12T09:28:01.241+05:302012-08-12T09:28:01.241+05:30चिचियाना समझदारी का लक्षण नहीं है लेकिन यह तो काफी...चिचियाना समझदारी का लक्षण नहीं है लेकिन यह तो काफी समझदार लगता है! कहीं यह बुद्धिजीवी तो नहीं?:)<br /><br />आनंद आ गया।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-30043479407026088492012-08-12T07:48:17.112+05:302012-08-12T07:48:17.112+05:30ये बड़ा अच्छा तरीका निकाला है मांजने का,
मजा आया स...ये बड़ा अच्छा तरीका निकाला है मांजने का,<br />मजा आया सुबह सुबह ....बढ़िया पोस्ट है !Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-60502124124126753182012-08-12T06:56:50.232+05:302012-08-12T06:56:50.232+05:30घात-प्रतिघात से ही तो आघात का सृजन होता है। आए दिन...घात-प्रतिघात से ही तो आघात का सृजन होता है। आए दिन यह होता ही रहता है। और फिर इस महोत्सव से जितने आघात का सृजन हुआ है, वह क्या कम है<br /><br />चिठियाना चिचियाना संवाद बहुत जम रहा है । अब इसमें टिपियाना जी भी सामिल हों तो त्रिसूत्रीय वार्तालाप हो सकता है ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-40031842991906016552012-08-11T23:27:58.728+05:302012-08-11T23:27:58.728+05:30सुन्दर वार्तालाप के माध्यम से सुलझी प्रस्तुति के ल...सुन्दर वार्तालाप के माध्यम से सुलझी प्रस्तुति के लिए बधाईRamakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-18795050917396129282012-08-11T23:08:34.126+05:302012-08-11T23:08:34.126+05:30:) :) आज तो बहुतों को लपेट लिया है .... अभी तक चिठ...:) :) आज तो बहुतों को लपेट लिया है .... अभी तक चिठियाना और टिपियाना ही सुना था अब चिचियाना भी ? गजब गजब के किरदार पैदा हो रहे हैं ....संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-50685460942199404272012-08-11T21:38:04.781+05:302012-08-11T21:38:04.781+05:30अब तो डर लगने लगा है आपसे.. अचानक से आपका यह अवतार...अब तो डर लगने लगा है आपसे.. अचानक से आपका यह अवतार ब्लॉग-जगत का कल्कि अवतार तो नहीं!! परमात्मा से प्रार्थना है कि सप्ताह के दिनों से शानि की दशा निकाल दे.. वरना पता नहीं आपकी दृष्टि कहाँ कहाँ पड़ेगी.. कहीं अगले साक्षात्कार में आंचलिक भाषा के जरिये पब्लिसिटी की बात न निकल आये.. जय हो चिठियाना महाराज की!!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-22377493759702317292012-08-11T21:05:57.740+05:302012-08-11T21:05:57.740+05:30;-)
पूरी ब्लॉग बुलेटिन टीम और आप सब की ओर से अ...;-)<br /><br /><br /><br /><a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/08/blog-post_11.html" rel="nofollow"> पूरी ब्लॉग बुलेटिन टीम और आप सब की ओर से अमर शहीद खुदीराम बोस जी को शत शत नमन करते हुये आज की ब्लॉग बुलेटिन लगाई है जिस मे शामिल है आपकी यह पोस्ट भी ... और धोती पहनने लगे नौजवान - ब्लॉग बुलेटिन , पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक, यही उद्देश्य है हमारा, उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी, टिप्पणी पर क्लिक करें और देखें … धन्यवाद ! </a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-32792956550232501162012-08-11T20:53:42.007+05:302012-08-11T20:53:42.007+05:30ब्लॉगरम ब्लॉगिओसा, चिठियाना उदासियोकम, टिपिय़ार्डिय...ब्लॉगरम ब्लॉगिओसा, चिठियाना उदासियोकम, टिपिय़ार्डिया चतुरकम, चिचियम च्वांचिचोचम, पिपियाना कष्टकम, प्रदूषकम कबाड़ीफ़ोलिया तथा इगोइगो भौंभौं इन सप्त द्रव्यों को पुष्य नक्षत्र की रात्रि में जब आकाश निरभ्र हो तथा सप्तर्षिमंडल दृष्टिगोचर हो रहा हो तब जंगल में जाकर ब्लॉग देवता की स्तुति करते हुये टिप्टिप्टिपाटिपा देव से अनुमति लेकर सावधानी पूर्वक उखाड़ लेवें। परमिटेड मात्रा में विष अवश्य घोला गया हो जिस मिनरल वाटर में ऐसे स्वच्छपेय से इन सभी द्रव्यों को अच्छी तरह धोकर स्वच्छ करलें तदुपरांत सूर्यदेव की तीव्र किरणों के प्रताप से इन्हें शुष्क कर लेवें। शुद्ध मन से श्रद्धावनत हो कूट-पीस कर रख लें, आवश्यकतानुसार “लवणम् मरिचम् च” का संयोग करें। अपनी-अपनी सहनशक्ति का स्मरण करते हुये मात्रा स्वतः ही निर्धारित करलेवें। भगवान ब्लॉगराचार्य द्वारा अन्वेषित व उपदेष्टित यह अद्भुत् योग दुःखी-पीड़ित तथा अवसाद को प्राप्त हुये तथाकथित साहित्यकारों एवं ब्लॉगरित्यकारों की प्राणरक्षा करने में पूर्णतः समर्थ है। हे कलियुग के मानवो ! इसमें किंचित भी संशय नहीं है। यह अद्भुत् योग विषमता को प्राप्त हुये वात, पित्त तथा कफ़ इन तीनो दोषों को साम्यावस्था में लाकर मन को शुद्ध कर देता है अतः हे चिट्ठाकार मानवो ! यह योग सदा-सर्वदा कल्याणकारी है। <br />टीप :- इस नुस्ख़े का पेटेंट हो चुका है अतः ईमान खो गया है जिनका ऐसे कोई भी सज्जन इसे चुराने की कृपा न करें। केवल कल्य़ाण की भावना से इसे यहाँ प्रकाशित किया जा रहा है। लाभ होने पर दक्षिणा अर्पित करना विस्मृत न करें। ॐ शांतिः ! शांतिः !! परम् शांतिः !!!बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-68196859978251928972012-08-11T20:00:57.141+05:302012-08-11T20:00:57.141+05:30वाह:...लाजवाब प्रस्तुतिवाह:...लाजवाब प्रस्तुतिMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-9101928888024940712012-08-11T19:17:04.468+05:302012-08-11T19:17:04.468+05:30बहुत खूब रही वार्ता ...
सुन्दर प्रस्तुतिबहुत खूब रही वार्ता ...<br />सुन्दर प्रस्तुतिकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-82521760896682169322012-08-11T18:43:05.714+05:302012-08-11T18:43:05.714+05:30सुना सुना सा सक्षात्कार लग रहा है...सुना सुना सा सक्षात्कार लग रहा है...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-9706790890595052092012-08-11T17:56:34.623+05:302012-08-11T17:56:34.623+05:30यह भी साहित्य की एक विधा है!
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बहुत सुन्दर प्रस्त...यह भी साहित्य की एक विधा है!<br />--<br />बहुत सुन्दर प्रस्तुति! <br />आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (12-08-2012) के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-13994756284333850222012-08-11T16:31:55.332+05:302012-08-11T16:31:55.332+05:30बड़ा समझियाना साक्षात्कार है :)बड़ा समझियाना साक्षात्कार है :)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-32188360039325205202012-08-11T16:04:28.945+05:302012-08-11T16:04:28.945+05:30कुछ कहने से बचा तो नहीं !!!! :)कुछ कहने से बचा तो नहीं !!!! :)Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-9035391179779569262012-08-11T15:50:42.974+05:302012-08-11T15:50:42.974+05:30निन्दक नियरे राखिये, आँगन कुटी छवाय।
बिन साबुन पान...निन्दक नियरे राखिये, आँगन कुटी छवाय।<br />बिन साबुन पानी बिना, निर्मल करे सुभाय॥<br /><br />जो बड़ेन को लघु कहें, नहिं रहीम घटि जाहिं<br />गिरिधर मुरलीधर कहं, कछु दुख मानत नाहिं<br /><br />ham to isi leek par chalte the, chalte hain, chalte rahenge ji. :-)<br /><br /><br />bahut sunder.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.com