tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post6902633257387391849..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: स्मृति शिखर से... 5 : सर्वोपरी प्रेममनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-45559668703043847822012-02-04T17:52:42.757+05:302012-02-04T17:52:42.757+05:30बहुत धैर्य से काम लिया आपने ,पिता जी का वचन निभाने...बहुत धैर्य से काम लिया आपने ,पिता जी का वचन निभाने में: तभी संतोष है आपके मन में और हम सुननेवालों को मिली कुछ प्रेरणा !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-64870320575543890002012-02-02T12:43:11.147+05:302012-02-02T12:43:11.147+05:30बाबा की दिहाड़ी मार गए आप.... बहुत रोचक संस्मरण......बाबा की दिहाड़ी मार गए आप.... बहुत रोचक संस्मरण...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-43861185132916814462012-02-02T11:35:47.978+05:302012-02-02T11:35:47.978+05:30बढ़िया...
प्रेम तो हर ताले की कुंजी है ही....
अच्...बढ़िया...<br />प्रेम तो हर ताले की कुंजी है ही....<br /><br />अच्छा संस्मरण.vidyahttps://www.blogger.com/profile/07319211419560198769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-47055728033722681322012-02-01T19:45:21.573+05:302012-02-01T19:45:21.573+05:30इस रचना में मनोरंजन है, व्यंग्य भी, शिक्षा है और आ...इस रचना में मनोरंजन है, व्यंग्य भी, शिक्षा है और आपकी परीक्षा भी। कुल मिला कर पूरा पैकेज है। रोचक प्रस्तुति।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-81892357862404091512012-02-01T18:59:15.383+05:302012-02-01T18:59:15.383+05:30आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार ...आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 02-02 -20 12 को यहाँ भी है <br /><br /><a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/" rel="nofollow"> ...नयी पुरानी हलचल में आज...गम भुलाने के बहाने कुछ न कुछ पीते हैं सब .</a>संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-365234751571868962012-02-01T17:36:33.978+05:302012-02-01T17:36:33.978+05:30विनय और प्रेम से बढ़ कर अस्त्र नहीं...विनय और प्रेम से बढ़ कर अस्त्र नहीं...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-73691350146864753402012-02-01T16:33:19.421+05:302012-02-01T16:33:19.421+05:30दुविधा का अंत करे वही संत!!दुविधा का अंत करे वही संत!!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04417160102685951067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-25680324746502961522012-02-01T14:51:10.555+05:302012-02-01T14:51:10.555+05:30बहुत समय बाद इस तरह के संस्मरण पढ़ने को मिल रहे है...बहुत समय बाद इस तरह के संस्मरण पढ़ने को मिल रहे हैं. निश्चित ही ब्लॉग ने उस विधा के लिए द्वार खोल दिए हैं जिसे कोई अपने मन के अंदर नहीं आने देना चाहता.<br />सुन्दर प्रस्तुति.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-86706042477723378632012-02-01T11:16:11.102+05:302012-02-01T11:16:11.102+05:30इसे कहते हैं बातों की जलेबी, प्रेम की चाशनी में सर...इसे कहते हैं बातों की जलेबी, प्रेम की चाशनी में सराबोर.. इतनी सराबोर थी कि साधु बोर होकर पधार गया.. पधार क्या गया, फिर उधर का रास्ता ही भूल गया होगा!! मीठे वचन बोलने की आज्ञा पालन का माधुर्य, भाषा का माधुर्य और गल्प-शिल्प का माधुर्य..! सरस रचना!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-29064705175948401362012-02-01T10:53:37.811+05:302012-02-01T10:53:37.811+05:30आपके धैर्य की दाद देनी पड़ेगी .. बहुत बढ़िया संस्म...आपके धैर्य की दाद देनी पड़ेगी .. बहुत बढ़िया संस्मरणसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-70957514428104719512012-02-01T08:57:33.884+05:302012-02-01T08:57:33.884+05:30प्रेम से भिक्षुक को वश में करने की कथा पहली बार ही...प्रेम से भिक्षुक को वश में करने की कथा पहली बार ही पढ़ी है !<br />रोचक और प्रेरक प्रसंग !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-46222405861720551882012-02-01T06:43:52.949+05:302012-02-01T06:43:52.949+05:30प्रेम बड़ा न कोय रे साधो..प्रेम बड़ा न कोय रे साधो..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com