tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post7014034100162279472..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: तस्वीरमनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger47125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-40757895280432038972014-04-17T13:13:43.850+05:302014-04-17T13:13:43.850+05:30प्रस्तुत कथा हकीकत बयान करती नज़र आ रही है।प्रस्तुत कथा हकीकत बयान करती नज़र आ रही है।हर्षिताhttps://www.blogger.com/profile/04799029469213410208noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-14147139741234267762014-04-15T17:29:06.460+05:302014-04-15T17:29:06.460+05:30संस्कार पर रूढ़ि के जीत में नारी मनोविज्ञान का गौण...संस्कार पर रूढ़ि के जीत में नारी मनोविज्ञान का गौण पक्ष आलोच्य हो गया है। करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-44165127577142587972013-08-30T06:54:51.532+05:302013-08-30T06:54:51.532+05:30:) :) सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-24881137268217641862013-06-06T18:24:16.190+05:302013-06-06T18:24:16.190+05:30यही होता है, मार्मिक...यही होता है, मार्मिक...Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-40311610385401000062013-05-30T18:06:13.778+05:302013-05-30T18:06:13.778+05:30uff
waese store ki safaii kab due haen uff <br />waese store ki safaii kab due haen रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-42202366572101388002012-12-15T17:28:35.147+05:302012-12-15T17:28:35.147+05:30ek katu satya ujagar kiya aapne ...kash shubh-ashu...ek katu satya ujagar kiya aapne ...kash shubh-ashubh ka gyan swayam samjh paate ham log...Kavita Rawathttps://www.blogger.com/profile/13692856110867825187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-825742422003572572012-11-11T22:11:48.321+05:302012-11-11T22:11:48.321+05:30वैसे भी बुजुर्गों की जगह आजकल स्टोर रूम में ही है ...वैसे भी बुजुर्गों की जगह आजकल स्टोर रूम में ही है । यह तो तस्वीर है । सुंदर लगुकथा सत्य को उजागर करती ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-49730624542017919702012-11-05T08:32:16.706+05:302012-11-05T08:32:16.706+05:30 अनिष्ट का भय संस्कारों पर भारी पड़ता दिखता है !... अनिष्ट का भय संस्कारों पर भारी पड़ता दिखता है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-14588984128761530492012-11-02T06:51:02.721+05:302012-11-02T06:51:02.721+05:30वर्तमान पीढ़ी की सच को उद्भभाषित करती आपकी लघु कथा...वर्तमान पीढ़ी की सच को उद्भभाषित करती आपकी लघु कथा बहुत ही अच्छी लगी। धन्यवाद, सर।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-52703347634894636262012-10-31T13:49:52.416+05:302012-10-31T13:49:52.416+05:30laghuktha me aaj ka sach hai...laghuktha me aaj ka sach hai...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-58450518082138887162012-10-31T00:57:30.613+05:302012-10-31T00:57:30.613+05:30मार्मिक लघुकथा में सीख भी है.मार्मिक लघुकथा में सीख भी है.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-9804789556098819532012-10-30T21:39:19.944+05:302012-10-30T21:39:19.944+05:30शुक्रिया ,शुक्रिया ,शुक्रिया .
मनोज कुमार
उसने अप...शुक्रिया ,शुक्रिया ,शुक्रिया .<br /><br />मनोज कुमार<br />उसने अपने मृत पिता की तस्वीर बेड रूम में लगा ली।<br />रोज़ सुबह अपने जन्म-दाता को देखकर दिन की शुरुआत करता। तस्वीर के इर्द-गिर्द उसने अपनी, बीवी और बच्चों की तस्वीरें भी रख दीं, जैसे पिता का परिवार पूरा हो गया हो। आशीष-वर्षा की कल्पना में मन सन्तोष से भर उठा।<br />एक दिन दूर का रिश्तेदार घर आया। उसकी पत्नी ने इसकी पत्नी के कान में कहा, “मरे हुए लोगों के साथ अपनी तस्वीरें नहीं रखनी चाहिए। और वह भी बेड रूम में ! ........ अशुभ होता है।”<br />पत्नी के मन में शंका के बीज पलने लगे।<br />पिता की तस्वीर अब स्टोर रूम की शोभा बढ़ा रही थी।<br />***<br />Posted by मनोज कुमार at 6:00 am <br /><br />तस्वीर पर माला चढ़ाने से बोध होता है नहीं पन का,किसी के कालातीत हो जाने का .तस्वीर से बोध होता है यहीं कहीं हैं आस पास .दीवार पे क्यों टांगें .<br /><br />कान में जो भी फुसफुसाया वह नकारात्मक सोच है ,केकड़ा वृत्ति है एक केकड़ा दूसरे को बढ़ते देख उसकी टांग खींचता है .ईर्ष्या तू न गई मेरे मन से .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-58540298502726257402012-10-30T21:18:42.711+05:302012-10-30T21:18:42.711+05:30कुछ तो लोग कहेंगे,लोगों का काम है कहना मगर हमारा क...कुछ तो लोग कहेंगे,लोगों का काम है कहना मगर हमारा काम है सही और गलत के अंतर को देखते हुए निर्णय लेना॥ Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-45619147912968643782012-10-30T20:14:34.596+05:302012-10-30T20:14:34.596+05:30पिता की तस्वीर की जगह हुसैन का घोडा लगाने का चलन त...पिता की तस्वीर की जगह हुसैन का घोडा लगाने का चलन तो काफी लोकप्रिय और स्वीकार्य है कई सालों से राजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02628010904084953893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-52105671353323217362012-10-30T19:24:54.718+05:302012-10-30T19:24:54.718+05:30मार्मिक प्रकरण!! कुछ ऐसी ही पोस्ट मैंने अपने शुरुआ...मार्मिक प्रकरण!! कुछ ऐसी ही पोस्ट मैंने अपने शुरुआती के दौर में लिखी थी जहाँ मेरे एक मित्र जो प्रातः काल में अपने माता-पिता के चरण स्पर्श के बाद ही आँखें खोलते थे, विवाहोपरांत मुझसे यह कहते हुए मिले कि मैं उन लोगों का चेहरा तक देखना नहीं चाहता. मैं तो पत्नी को दोष ही नहीं देता.. दोष स्वयं उनका है.. आप तस्वीरों की बात करते हैं हमने जीवित माता-पिता के साथ यह सलूक होते देखा.. और विश्वास कीजिये मनोज भाई, आज तक उस अभिन्न मित्र से सम्बन्ध नहीं स्थापित हो पाए हैं!!<br />मार्मिक किन्तु सत्य!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-26116294653004155582012-10-30T17:25:22.591+05:302012-10-30T17:25:22.591+05:30संकीर्ण सोच की कोई काट है क्या ..संकीर्ण सोच की कोई काट है क्या ..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-5923637508498938982012-10-30T16:45:47.153+05:302012-10-30T16:45:47.153+05:30बहुत सार्थक कथा
बहुत सार्थक कथा <br />Reena Panthttps://www.blogger.com/profile/00567958984543097787noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-59109158982594342422012-10-30T14:32:10.241+05:302012-10-30T14:32:10.241+05:30सशक्त रचना ..सशक्त रचना ..संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-21470438003019385272012-10-30T12:11:27.607+05:302012-10-30T12:11:27.607+05:30इन शंकाओं के लिए तो कोई औषधि नहीं है !
aabhar ...इन शंकाओं के लिए तो कोई औषधि नहीं है !<br />aabhar ...Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-10961178975232162882012-10-30T11:53:15.303+05:302012-10-30T11:53:15.303+05:30आज का सच। सशक्त लघुकथा। आभार, आज का सच। सशक्त लघुकथा। आभार, हरीश प्रकाश गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/18188395734198628590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-21161096988843134482012-10-30T11:41:21.900+05:302012-10-30T11:41:21.900+05:30 ये है आज का सच ……… ये है आज का सच ………vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-45878802991261155072012-10-30T07:36:17.750+05:302012-10-30T07:36:17.750+05:30बहुत बारीक बिंदु पर बेबाक टिप्पणी देने के लिए आपको...बहुत बारीक बिंदु पर बेबाक टिप्पणी देने के लिए आपको दाद देता हूँ,संगीता जी।Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-43945984223171694972012-10-30T00:30:01.165+05:302012-10-30T00:30:01.165+05:30माना कि किसी ने कहा कि मरे हुये लोगों की फोटो क...माना कि किसी ने कहा कि मरे हुये लोगों की फोटो के साथ जिंदा लोगों की तस्वीर नहीं लगाते ..... तो यह भी हो सकता था कि अपनी तस्वीर हटा देते .... पिता की ही क्यों ? <br /><br />इस लघुकथा से स्पष्ट हो रहा है कि बुजुर्ग केवल बेकार की ही वस्तु रह गए हैं .... सशक्त लघुकथा । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-4982823899930104822012-10-29T23:06:48.771+05:302012-10-29T23:06:48.771+05:30जो दूसरों के कहने से चलते हैं उनका खुदा ही मालिक ह...जो दूसरों के कहने से चलते हैं उनका खुदा ही मालिक है...अपने तो हर हाल में शुभ ही होते हैं...आजकल लोग अपटूडेट होने के चक्कर में...अपनी जड़ों-मूल्यों की तिलांजलि देने से नहीं चूकते...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-91011357965379489052012-10-29T22:46:24.806+05:302012-10-29T22:46:24.806+05:30आदरणीय मनोज जी ये लघु कथा बहुत बड़ी बात कह गयी ..श...आदरणीय मनोज जी ये लघु कथा बहुत बड़ी बात कह गयी ..शंका को इसी लिए लोग डायन भूत कहते हैं अपना घर जलाने वाले दूजे का कैसे भला देख सकते हैं <br />माँ बाप का आशीष सदा ही बरसता रहता है जय श्री राधे <br />भ्रमर ५ <br />भ्रमर का दर्द और दर्पण Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.com