tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post808429214748282775..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: उदासी के धुएं मेंमनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-54640874897355522192012-11-11T22:08:38.132+05:302012-11-11T22:08:38.132+05:30पर्वतों के पार
घाटी से गुज़रती
लाल पगडंडी
...पर्वतों के पार<br />घाटी से गुज़रती<br /> लाल पगडंडी<br /> भर गई होगी किसी के प्रणय फूलों से।<br />भरी होगी पालकी<br />फूलों सजी तुमसे<br /> औ’ तुम्हारा मन<br /> लड़कपन में हुई अनजान भूलों से।<br /><br />बेहद सुंदर ।<br />शुभ दीपावली ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-54216199666604851832012-11-09T12:29:09.449+05:302012-11-09T12:29:09.449+05:30पर्वतों के पार
घाटी से गुज़रती
लाल पगडंडी
...पर्वतों के पार<br />घाटी से गुज़रती<br /> लाल पगडंडी<br /> भर गई होगी किसी के प्रणय फूलों से।<br />kitane sundar bhav hai ...Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-22926814455225248292012-11-06T21:43:10.289+05:302012-11-06T21:43:10.289+05:30कम्माल की कविता.. और झाम बाबा का नाम एक अरसे बाद स...कम्माल की कविता.. और झाम बाबा का नाम एक अरसे बाद सुना.. हमारे यहाँ बूढ़ा झाम लाल कहते हैं!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-28907591562718736212012-11-06T21:35:28.641+05:302012-11-06T21:35:28.641+05:30झाम बाबा की
बड़ी चौपाल
रातों के पुराने खेल-खिलव...झाम बाबा की<br /><br /><br />बड़ी चौपाल<br /><br />रातों के पुराने खेल-खिलवाड़ें<br /><br /> वे पुराने पैंतरे<br /> वे दांव अब अपने नहीं हैं।<br /><br /> ye gaanv ab apne nahin hain <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-38499866068628517542012-11-06T20:49:44.808+05:302012-11-06T20:49:44.808+05:30श्यामनारायण मिश्र जी की रचना "उदासी के धुएं म...श्यामनारायण मिश्र जी की रचना "उदासी के धुएं में"पढवाने के लिये आपका आभार,,,,मनोज जी,,<br /><br />RECENT POST<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/11/blog-post_6.html#comment-form" rel="nofollow">:..........सागर</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-42710626217496027652012-11-06T00:05:58.435+05:302012-11-06T00:05:58.435+05:30सब कुछ बदल गया है बस उसकी टीस रह जाती है मन में...सब कुछ बदल गया है बस उसकी टीस रह जाती है मन में ... सुंदर नवगीत संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-78528313437299280782012-11-05T22:13:14.159+05:302012-11-05T22:13:14.159+05:30…गहन भाव..बहुत सुन्दर ..…गहन भाव..बहुत सुन्दर ..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-7511870834165496872012-11-05T20:42:14.531+05:302012-11-05T20:42:14.531+05:30आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगल वार 6/...आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगल वार 6/11/12 को चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी आपका स्वागत है ।Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-68370420929734584132012-11-05T18:57:05.736+05:302012-11-05T18:57:05.736+05:30सब खो गये हैं अपनी ही तरह से...सब खो गये हैं अपनी ही तरह से...प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-75462416578409789162012-11-05T18:54:10.069+05:302012-11-05T18:54:10.069+05:30बढ़िया -
कभी पध्वाइये-
सावन का हरित प्रभात रहा-
अम्...बढ़िया -<br />कभी पध्वाइये-<br />सावन का हरित प्रभात रहा-<br />अम्बर पर थी घनघोर घटा-<br /><br />राणा का ओज भरा आनन-<br /><br />लड़ लड़ कर अखिल महीतल को-<br /><br />सादर-<br />रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-4071246852676512282012-11-05T16:58:27.970+05:302012-11-05T16:58:27.970+05:30वाह....
भरी होगी पालकी
फूलों सजी तुमसे
औ’ त...वाह....<br /> भरी होगी पालकी<br />फूलों सजी तुमसे<br /> औ’ तुम्हारा मन<br /> लड़कपन में हुई अनजान भूलों से।<br />बहुत सुन्दर..<br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-42261059895191595352012-11-05T15:31:18.776+05:302012-11-05T15:31:18.776+05:30मिश्र जी बहुत अच्छा लिखते हैं!
आभार!मिश्र जी बहुत अच्छा लिखते हैं!<br />आभार!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-19112613476915566102012-11-05T14:29:39.297+05:302012-11-05T14:29:39.297+05:30कुछ ठहरे हुए पलों की दास्तान को बहुत ही सुन्दर व स...कुछ ठहरे हुए पलों की दास्तान को बहुत ही सुन्दर व सरल भावों में पिरोया है श्री मिश्र जी ने. जो हमसे बतियाते है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-39540953795880263192012-11-05T13:33:32.317+05:302012-11-05T13:33:32.317+05:30मिश्र जी के नवगीत मन को छूते हैं.. अपने समाज के प्...मिश्र जी के नवगीत मन को छूते हैं.. अपने समाज के प्रति प्रतिबद्ध भी हैं...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-26836739968661458202012-11-05T12:17:50.552+05:302012-11-05T12:17:50.552+05:30वक्त ने सब बदल दिया है …………गहन भाववक्त ने सब बदल दिया है …………गहन भावvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-26616458953192203232012-11-05T12:02:42.881+05:302012-11-05T12:02:42.881+05:30लौट आईं
भरी आंखें
भींगते रूमाल-आंचल
छोड़कर स...लौट आईं<br />भरी आंखें<br />भींगते रूमाल-आंचल<br /> छोड़कर सीवान तक तुमको,<br /> ये गली-घर-गांव अब अपने नहीं हैं।<br /><br />परिवर्तन ने पैर पसार लिए हैं शायद ?Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.com