tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post9137059790799322236..comments2024-03-21T16:36:38.774+05:30Comments on मनोज: भारत और सहिष्णुता-10मनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-13162847069042583552011-07-13T10:11:55.866+05:302011-07-13T10:11:55.866+05:30is gambheer vivechana ki prastuti ke liye aapko ba...is gambheer vivechana ki prastuti ke liye aapko badhaai.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-81210740895791407512011-07-12T21:04:37.661+05:302011-07-12T21:04:37.661+05:30जिस मध्य कालीन भारत को यूरोपीय इतिहासकारों ने बर्ब...जिस मध्य कालीन भारत को यूरोपीय इतिहासकारों ने बर्बर कहने की गुस्ताखी की थी, वह भारत उनके समकालीन यूरोप से कितना सभ्य और सुसंसकृत था जिसमें एक मुसलमान बादशाह अपनी विधर्मी प्रजा के धर्म और पूजा-अर्चना की व्यवस्था करने के लिये चिंतित था .<br /><br />Nice .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-29376876598718465032011-07-12T20:56:59.493+05:302011-07-12T20:56:59.493+05:30सार्थक विमर्श और चिंतन और चिन्तक दोनों से रु -बा ...सार्थक विमर्श और चिंतन और चिन्तक दोनों से रु -बा -रु करवाया मनोज जी आपने .शुक्रिया .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-78659702347605221392011-07-12T20:56:41.927+05:302011-07-12T20:56:41.927+05:30सार्थक विमर्श और चिंतन और चिन्तक दोनों से रु -बा ...सार्थक विमर्श और चिंतन और चिन्तक दोनों से रु -बा -रु करवाया मनोज जी आपने .शुक्रिया .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-71253071678968154492011-07-12T20:53:23.925+05:302011-07-12T20:53:23.925+05:30जितेन्द्र त्रिवेदी के बारे में जानकर अच्छा लगा!
यह...जितेन्द्र त्रिवेदी के बारे में जानकर अच्छा लगा!<br />यह आलेख बहुत ही महत्वपूर्ण है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-29861738357709367852011-07-12T19:12:11.498+05:302011-07-12T19:12:11.498+05:30विचारशील पोस्ट।विचारशील पोस्ट।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-57887502479060018182011-07-12T13:20:01.321+05:302011-07-12T13:20:01.321+05:30सारगर्भित और प्रासंगिक लेख...सारगर्भित और प्रासंगिक लेख...Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-55268498895387976072011-07-12T11:19:24.926+05:302011-07-12T11:19:24.926+05:30याज्ञवल्क्य, बुद्ध और अकबर के माध्यम से चिरकाल से ...याज्ञवल्क्य, बुद्ध और अकबर के माध्यम से चिरकाल से चली आ रही सैद्धांतिक कशमकश पर रुचिकर आलेख पढ़वाने के लिए जितेंद्र जी के साथ साथ ही मनोज जी का भी बहुत बहुत आभार| मेरे प्रिय कवि मैथिली शरण गुप्त की पंक्तियाँ पढ़वाने के लिए भी बहुत बहुत आभार|<br /><br /><a rel="nofollow">सरोकारों के सौदे</a>www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-57591609585871478292011-07-12T10:25:40.855+05:302011-07-12T10:25:40.855+05:30सारगर्भित और गंभीर विवेचना से भरी इस श्रृखला के ल...सारगर्भित और गंभीर विवेचना से भरी इस श्रृखला के लिए आद. मनोज जी और जितेन्द्र जी आप दोनों बधाई के पात्र हैं ! ब्लॉग जगत को समृद्ध करने के लिए धन्यवाद !ज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-37288175858069153302011-07-12T09:06:12.674+05:302011-07-12T09:06:12.674+05:30इस घटना में हम यह देख सकते हैं कि कैसे एक '...इस घटना में हम यह देख सकते हैं कि कैसे एक ''ब्रांड इमेज'' बनती है और कैसे उसके सहारे आप अपने पर अविश्वास की स्थिति में भी जनमानस को अपनी ओर खींचने का काम कर सकते हैं। बुद्ध बनने के बाद उन्होंने खंडन-मंडन की प्रवृत्ति की अपेक्षा अपनी बात रखने की नयी शैली विकसित की जिसे आज तर्कवाद कहा जाता है।<br /><br />बहुत बढ़िया प्रस्तुति ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5482943667856126886.post-67936883591357160882011-07-12T08:25:58.486+05:302011-07-12T08:25:58.486+05:30Vicharparak post, badhaiVicharparak post, badhaiS.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.com