बुधवार, 1 जनवरी 2020

नूतन वर्षाभिनन्दन!!

नूतन वर्षाभिनन्दन!!


आ गया है साल नूतन, ख़ुशियों की सौगात लेकर,
करें इसका मिलके स्वागत जोश और ज़ज़्बात लेकर।

याद मन में अपने कर लें, मुस्कुराते बीते कल को
उम्र-भर रोना नहीं, बिगड़े हुये हालात लेकर।

आओ नज्मों में मिला लें, सबसे मीठी प्रेम-भाषा,
हो ग़ज़ल कामिल हर शै, क़लम और दावात लेकर।

दुनिया में बस हो मोहब्बत, प्यार में विश्वास अपना,
स्नेह का आँचल लिए, आये घटा बरसात लेकर।

हो न मैली जग की चादर, मन-चमन ऐसे बुहारें,
साल का हर सुबह आये, चैन-ओ-अमन की रात लेकर।

हो न उनसे वास्ता, जिनकी फितरत हो दबी सी,
तिरछे-आड़े जो चलें, शतरंज की बिसात लेकर।

मिल-जुल रहें ‘मसरूफ़’ सब, हो प्यार का अहसास हरदम,
दो हज़ार बीस है आया, उम्मीद की बारात लेकर।
- मनोज ‘मसरूफ़’