बुधवार, 2 दिसंबर 2009

कविता

14-01-10  ईश्वरचंद्र मिश्र चौपाल में नयी अतिथि रचना
13-12-10 अनिल श्रीवास्तव कविता :: दु:ख
16-10-09 करण आओ दीप जलायें आली !
27-10-09 करण तुम्ही बताओ....
07-11-09 करण भतीजा के पत्र पर चाचा का उत्तर !
24-11-09 करण गहन तिमिर है ...
27-11-09 करण हम तो रहमदिल हैं !
06-12-09 करण क्यूँ तोड़ दिया मेरा घर
15-12-09 करण जीवन पथ पर
22-12-09 करण स्मृति शिखर से
02-02-10 करण स्वागत बसंत
16-02-10 करण किस अधर का गीत हूँ मैं
26-02-10 करण कुछ ख़ास है....... !
02-03-10 करण यह होली सचमुच होली थी
06-04-10 करण किसे सुनाऊं अपने गीत
20-04-10 करण कब आयेगी बेला मिलन की ….?
11-05-10 करण मन का पंछी उड़ना चाहे
01-06-10 करण पूछ मत आज मुझसे ये क्या हो गया... !
08-06-10 करण मन हो गया उदास
15-06-10 करण निःशब्द नीड़
13-07-10 करण खुली आँखों के सपने
09-08-10 करण कब तक बैठोगे मौन तपस्वी .... ?
15-08-10 करण स्वाधीनता दिवस पर … माँ भारती कृपा कर....
30-08-10 करण साँझ भयी फिर जल गयी बाती !
02-10-10 करण बापू तेरे जन्म दिवस पर...
04-10-10 करण आयी हो तुम कौन परी...
07-03-11 करण आज फिर मन उदास
14-03-11 करण तुम
13-06-11 करण ऐसी तान सुनाओ कोकिल
15-08-11 करण मेरा प्यारा हिन्दुस्तान
15-08-11 करण हे मातृभूमि शत कोटि नमन!
26-10-11 करण खुशियाँ ले कर आयी दिवाली !
17-12-09 ज्ञानचंद चौपाल में अतिथि कविता : भ्रूण-हत्या
07-01-10 ज्ञानचंद हो गया ग़म पुराना नए साल में
30-03-10 ज्ञानचंद वन्दे मातरम् .... वन्दे मातरम् !
23-08-10 ज्ञानचंद आओ बात करें बस हिन्दुस्तान की
20-09-10 ज्ञानचंद और समय ठहर गया!
25-10-10 ज्ञानचंद कविता - पता पूछते हैं लोग
04-11-10 ज्ञानचंद दीपावली-कविता :: प्रतीक्षा एक दिवाली की
15-11-10 ज्ञानचंद बाल दिवस
22-11-10 ज्ञानचंद ग़ज़ल :: सहरा में कोई फूल खिला कर तो देखिये
29-11-10 ज्ञानचंद गज़ल :: कुछ बढाई गयी कुछ घटाई गयी
07-02-11 ज्ञानचंद जग की जननी हे माँ शारदे....
03-11-09 परशुराम शिखण्डी चुन लिया है...
26-11-09 परशुराम चौपाल में अतिथि : दधीचि
10-12-09 परशुराम चौपाल में अतिथि कविता : इतिहास मौन
18-01-10 परशुराम श्रद्धा की मधुशाला
26-01-10 परशुराम इक्कीसवीं शती के दसवें गणतंत्र दिवस पर
30-01-10 परशुराम श्रद्धांजलि, बापू
23-02-10 परशुराम खाना हो आम तो बोएं बबूल
28-02-10 परशुराम होली का रंग
13-04-10 परशुराम हे देश, तुम्हारे तर्पण में
04-05-10 परशुराम नदिया डूबी जाए
05-06-10 परशुराम विश्‍व पर्यावरण दिवस पर … वृक्ष हमारे जीवन संगी
20-07-10 परशुराम मौन बने कर लें फेरा
15-08-10 परशुराम स्वाधीनता दिवस पर … आज का ही दिन बस स्वतंत्र है!
13-09-10 परशुराम शैशव
02-10-10 परशुराम बापू को शत बार नमन
31-12-10 परशुराम ऐसा हो नव-वर्ष
02-10-11 परशुराम बापू, एक मंत्र दो
27-11-11 परशुराम बच्चन जी के जन्मदिन पर
01-01-12 परशुराम मंगलमय नववर्ष
02-10-12 परशुराम कविता - श्रद्धा-सुमन
08-11-10 बीना कविता :: उद्घोष
24-09-09 मनोज विश्‍व विटप की डाली पर
06-10-09 मनोज पादप यहां न कोई तेरा
11-10-09 मनोज स्लम का मिल्‍यनेयर
17-10-09 मनोज दीपावली तेरा अभिनंदन !!
20-10-09 मनोज एक गहरी श्‍वांस लेकर
10-11-09 मनोज काम करती माँ !
14-11-09 मनोज मुझे चांद चाहिए
17-11-09 मनोज झींगुर दास
01-12-09 मनोज ये मेरा जीवन एकाकी
08-12-09 मनोज ओ कैटरपिलर!
29-12-09 मनोज अमरलता
31-12-09 मनोज आ गया है साल नूतन
05-01-10 मनोज विश्‍व विटप की डाली पर
12-01-10 मनोज तेरी याद सताए
31-01-10 मनोज धन्य बिटिया निशा रानी !
01-02-10 मनोज एक लंबी कविता जो छोटी पड़ गई !!
09-03-10 मनोज मन तरसे इक आंगन को
13-03-10 मनोज अभिव्यक्ति
21-03-10 मनोज 22 मार्च - विश्‍व जल दिवस के अवसर पर
27-04-10 मनोज मैं गया था अपने गांव --- मनोज कुमार
01-05-10 मनोज श्रमकर पत्थर की शय्या पर
15-05-10 मनोज मीडिया की डुगडुगी
25-05-10 मनोज ग्रीष्म और पर्वताँचल की नदियाँ
22-06-10 मनोज … बस मेरा है!!!
03-07-10 मनोज तेरी अनुकंपा से
06-07-10 मनोज मेरा आकाश!
24-07-10 मनोज धारासार धरा पर
27-07-10 मनोज याद तेरी आई … ! मनोज कुमार
02-08-10 मनोज संबंध-विच्छेद
07-08-10 मनोज बादल अम्बर के विरहाकुल
15-08-10 मनोज स्वाधीनता दिवस पर … क्या यही है स्वतंत्रता!
21-08-10 मनोज फ़ुरसत में … ज़िन्दगी और क्षणिकाएँ
06-09-10 मनोज गीली मिट्टी पर पैरों के निशान
27-09-10 मनोज खामोश यूँ लेटे हुए….
11-10-10 मनोज दुर्नामी लहरें
18-10-10 मनोज कविता - उठ तोड़ पीड़ा के पहाड़
23-10-10 मनोज फ़ुरसत में ... सबसे बड़ा प्रतिनायक/खलनायक
01-11-10 मनोज ग़ज़ल :: ये कैसै रखवाले देख
20-12-10 मनोज ग़ज़ल :: बातें उनकी रही अनकही
01-01-11 मनोज साल ग्यारह आ गया है !!
03-01-11 मनोज बड़ा ही जानलेवा है
10-01-11 मनोज इन दिनों …
24-01-11 मनोज हाउस वाइफ
21-03-11 मनोज हार गया मन
21-03-12 मनोज जल का संचय !
01-05-12 मनोज श्रमिक दिवस पर एक कविता
07-05-12 मनोज फ़ुरसत में ...102 मातृ दिवस पर मां की याद!
14-07-12 मनोज आज के दौर में








19-12-11
शयामनारायण मिश्र पूस के जाड़े में
09-02-10 श्याम चौधरी भाषा
06-12-10 श्यामनारायण मिश्र नवगीत :: प्यास औंधे मुँह पड़ी है घाट पर
31-01-11 श्यामनारायण मिश्र प्रणयगंधी याद में
21-02-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत :: गीत कालातीत पर्वत के
28-02-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत :: पालों से फहरे दिन फागुन के
28-03-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत– बंजारे बादल
04-04-11 श्यामनारायण मिश्र किरण लिखे नवगीत
11-04-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत : पापी मन जाल हो गया
18-04-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत : संध्या सिन्दूर हो गई
25-04-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत : तुम्हारी याद
02-05-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत : उम्र के विहान
09-05-11 श्यामनारायण मिश्र अहसासों का चौरा दरका
16-05-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत :: सोन पर उतरी सुबह
23-05-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत - मुक्त क्रीड़ामग्न होकर खिलखिलाना
30-05-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत-गूंजता होगा तुम्हारा नाम
06-06-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत - धूप-किरणों के पखेरू
20-06-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत - गीत मेरे अर्पित हैं
27-06-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत : चढ़ गई बिजुरिया मेघों का जीना
04-07-11 श्यामनारायण मिश्र नवगीत - समय के देवता!
11-07-11 श्यामनारायण मिश्र जन्मगाथा गीत की
25-07-11 श्यामनारायण मिश्र ये अंधेरों में लिखे हैं गीत
01-08-11 श्यामनारायण मिश्र सेंमल सी फूल गई बदली
08-08-11 श्यामनारायण मिश्र कंठ चढ़ी कजरी
22-08-11 श्यामनारायण मिश्र आग छूटी जा रही
29-08-11 श्यामनारायण मिश्र अगहन में
06-09-11 श्यामनारायण मिश्र गुप्त गोदावरी होकर बहो मुझमें बहो!
13-09-11 श्यामनारायण मिश्र थिरक-थिरक उठते संबोधन
19-09-11 श्यामनारायण मिश्र जब सवेरे आंख खुलती है
26-09-11 श्यामनारायण मिश्र नई किरणों के लिए
03-10-11 श्यामनारायण मिश्र यह झुलसता गांव लेकर
17-10-11 श्यामनारायण मिश्र लहरों के दिन
24-10-11 श्यामनारायण मिश्र सहगान सजे होंगे
31-10-11 श्यामनारायण मिश्र प्रभुसत्ता निर्भर है कबाड़ी पर
14-11-11 श्यामनारायण मिश्र आग से किसने गढ़ा है चांद
21-11-11 श्यामनारायण मिश्र बस तुम नहीं हो!
28-11-11 श्यामनारायण मिश्र हंसी-झरनों का राग
05-12-11 श्यामनारायण मिश्र तक्षक की बेटी तक्षशिला पर बैठी
12-12-11 श्यामनारायण मिश्र शरद का चांद
26-12-11 श्यामनारायण मिश्र शरद की चांदनी
02-01-12 श्यामनारायण मिश्र यहां पड़ा है सूना आंगन
09-01-12 श्यामनारायण मिश्र उदासी के धुएं में
16-01-12 श्यामनारायण मिश्र लौट आए फिर सुए
23-01-12 श्यामनारायण मिश्र ऐसा ही बचा हुआ गाँव है
30-01-12 श्यामनारायण मिश्र ओसारे घुप्प पड़े हैं
06-02-12 श्यामनारायण मिश्र किरणों की आहट से
13-02-12 श्यामनारायण मिश्र सूरज की बात सुनो
20-02-12 श्यामनारायण मिश्र गांव की ललक
27-02-12 श्यामनारायण मिश्र सूर्यमुखी छंद लिये भटके
05-03-12 श्यामनारायण मिश्र मन के अंध सागर में
12-03-12 श्यामनारायण मिश्र पड़ें नहीं धरती पर गोरी के पांव
19-03-12 श्यामनारायण मिश्र टुकड़ों के लिए चुना
26-03-12 श्यामनारायण मिश्र बंजरों से लड़ते-लड़ते
02-04-12 श्यामनारायण मिश्र स्वाद चखकर प्यार की दो बूंद के
06-04-12 श्यामनारायण मिश्र ज्योति-छंद फूटते नहीं
11-04-12 श्यामनारायण मिश्र किरचनें चुगते हुए
16-04-12 श्यामनारायण मिश्र छेनी को आदत है
20-04-12 श्यामनारायण मिश्र अपनी ही माटी से
04-05-12 श्यामनारायण मिश्र अरने आमादे हैं
09-05-12 श्यामनारायण मिश्र दफ़्तर के अंध महासागर में
13-05-12 श्यामनारायण मिश्र सूख रहे गर्भाशय खेतों के
16-05-12 श्यामनारायण मिश्र बांस का चीरा
02-06-12 श्यामनारायण मिश्र इस ब्लॉग की 950वीं पोस्ट : अतल गहराइयों में
08-06-12 श्यामनारायण मिश्र नीम
12-06-12 श्यामनारायण मिश्र तेजाबी शहरों में
15-06-12 श्यामनारायण मिश्र प्यास औंधे मुंह पड़ी है घाट पर
02-07-12 श्यामनारायण मिश्र शान्तनु के देश में
04-07-12 श्यामनारायण मिश्र बत्तियां बुझाओ शीशमहल की
07-07-12 श्यामनारायण मिश्र समय के देवता!
10-07-12 श्यामनारायण मिश्र प्रणय के स्रोत का अनवरत कल-कल
13-07-12 श्यामनारायण मिश्र चल बेटे चल
03-08-12 श्यामनारायण मिश्र मिली नहीं रोटी दो जून की
07-08-12 श्यामनारायण मिश्र एक अक्षर भी नहीं गंदा करूंगा
10-08-12 श्यामनारायण मिश्र चौखटों को फूल क्या भेजें
14-08-12 श्यामनारायण मिश्र नहीं वह गांव, नहीं वह घर
02-09-12 श्यामनारायण मिश्र एक दिन के वास्ते ही गांव आना
06-09-12 श्यामनारायण मिश्र अब ख़ुशी के गीत गाना व्यर्थ है
08-09-12 श्यामनारायण मिश्र करता छाया धूप एक जो धरती उसकी है
11-09-12 श्यामनारायण मिश्र बंजारा सूरज
01-10-12 श्यामनारायण मिश्र चर्खी हुई चाकरी
04-10-12 श्यामनारायण मिश्र ऐसा ही बचा हुआ गांव है
07-10-12 श्यामनारायण मिश्र वह प्राचीन क़िला
19-11-09 हरीश लड़की
24-12-09 हरीश चौपाल में अतिथि गुप्त के नवगीत
01-01-10 हरीश नव वर्ष के अवसर पर...
16-03-10 हरीश हरीश प्रकाश गुप्त के हाइकू
08-05-10 हरीश मातृ दिवस पर ….. माँ!
29-06-10 हरीश देखो बह न जाएं कहीं ये अश्क के मोती
27-12-10 हरीश नवगीत :: कब बजे पायल
17-01-11 हरीश नवगीत
14-02-11 हरीश नवगीत :: जब होंगे फिर मन पलाश
18-07-11 हरीश अपना क्या है बचपन – झरना
10-10-11 हरीश बावरे घन, तुम सघन वन में जरा बरसो !
07-11-11 हरीश रेशमी सपने सुवासित, धवल तन मन बस गए



आओ न चैतन्य http://manojiofs.blogspot.com/2011/09/blog-post_24.html



10 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात महोदय
    आपका दिन भी मंगलमय हो.

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  2. सत्य एवं सुन्दर वचन
    शुभ कामनाएं



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  3. बहुत ही सुंदर वचन! शुभकामनायें!

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  4. आप ने सच लिखा, इसी समय अपनो ओर परायो की पहचान होती है

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  5. सटीक कहा गया है । नयी प्रस्तुति के लिए बधाई ।

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