शुक्रवार, 5 नवंबर 2010

शुभ दीपावली

शुभ दीपावलीमनोज कुमार 

आज दीपावली है। हम दीप जला रहें हैं। दीपशिखा के प्रकाश से तम मिटे, घर का, बाहर का भी। दीपशिखा के बारे में कहा गया है,

कुवलयमिति मूले बालचन्द्राकुराभं

तदनु खलु ततोsग्रे पाकपीताम्रपीतम्‌।

अभिनवरविरोचिर्धूम धूम्रं शिखाया-

मिति विविधविकारं दिद्युते दैपमर्चि:॥

प्रारंभ में नील कमल के समान नीले रंग की, उसके आगे चन्द्रमा के नवोदित अंकुर के समान लाल, उसके ऊपर पकाए हुए आम के समान पीली, उसके अनन्तर बाल सूर्य के समान अरुणरंग वाली और सबसे ऊपर धुएं के समान धूमिल वर्ण वाली, दीपशिखा विविध वर्ण-विकारों के साथ चमकती है।

 

 

यह दीपशिखा दीप में जलती है। दीप के बारे में बुधजन सतसई में कहा गया है,

निसि में दीपक चन्द्रमा, दिन में दीपक सूर।

सर्व लोक दीपक धरम, कुल दीपक सुत सूर॥

अर्थात्‌ रात्रि का दीपक चन्द्र है, दिन का दीपक सूर्य है, त्रिलोकी का दीपक धर्म है और अच्छी संतान कुल का दीपक है।

इसी दीपक और दीपशिखा का प्रकाश पर्व दीपावली है आज। आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी ने आलोक-पर्व में कहा है,

1. दीपावली का पर्व आद्या शक्ति के विभिन्न रूपों के स्मरण का दिन है।

2. दीपावली प्रकाश का पर्व है। इस दिन जिस लक्ष्मी की पूजा की जाती है, वह गरुड़वाहिनी है –शक्ति, सेवा और गतिशीलता उसके गुण हैं।

 

कई जगह यह परंपरा है कि इस दिन लोग एक दूसरे के घर जाते हैं और उपहार देते हैं। कहा गया है ..

  • अगर शत्रु को उपहार देना है तो उसे क्षमा देना चाहिए। 
  • मित्र को दिल में स्थान।
  • विरोधियों को परोपकार।
  • बच्चे को उचित मार्गदर्शन।
  • पिता को आदर।
  • माता को ऐसी उपलब्धि जिस पर वह गर्व करे।
  • और स्वयं को ......?

योग्यता!!

आज दीए का दिन है। दीपक न सिर्फ़ अपने आसपास प्रकाश फैलाता है, बल्कि दूसरे दीपक को भी प्रकाशित करने में सहायक होता है।

जोत से जोत जगाते चलो प्रेम की गंगा बहाते चलो!

यह दीपक की योग्यता है कि वह दूसरे दीपक में प्रकाश पैदा करने का गुण भर सकता है। पर उसके लिए पहले वह खुद को योग्य बनाता है। अगर हम देश समाज का दुख दूर करना चाहते हैं, चारो तरफ़ प्रकाश फैलाना चाहते हैं तो पहले हमें उस योग्य बनना चाहिए।

चिरागों से   चिरागों   में रोशनी भर दो,

हरेक के   जीवन में  हंसी-ख़ुशी भर दो।

अबके    दीवाली पर हो रौशन जहां सारा

प्रेम-सद्भाव से  सबकी ज़िन्दगी भर दो॥

दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!

सादर,

मनोज कुमार

18 टिप्‍पणियां:

  1. बहोत ही सुंदर पोस्ट.............
    आपको भी दीपावली की शुभकामनाएँ

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  2. बहुत अच्छी बात कही है ....दीपावली की शुभकामनायें

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  3. दीप सम्बंधी विवरण ज्ञानवर्द्धक है। आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को दीपावली की हार्दिक बधाई।

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  4. बहुत उपयोगी और ज्ञानदायिनी पोस्ट!
    --
    तम हटे, नफरत घटे संसार से,
    राह तकता जिन्दगी का द्वार है।

    आओ दीवाली मनाएँ प्यार से,
    प्रीत ही सबसे बड़ा उपहार है।

    आप खुशियों से धरा को जगमगाएँ!
    दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!

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  5. दीपावली की ढेर सारी शुभकामनायें ।

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  6. दीप के बारे मे अच्छी जानकारी मिली ......आभार ..दीये की रौशनी, रंगोली की बहार, पटाखों की धूम और खुशियों की बहार , मुबारक हो आपको दीवाली का त्यौहार .....

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  7. दीयों के इस पर्व दीपावली की आप को हार्दिक शुभकामनाएं
    ये दीप पर्व आपके और आपके परिजनों के जीवन को खुशियों के प्रकाश से भर कर दे

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  8. बहुत अच्छी बातें कही हैं , काश हम ऐसा कर पाते, दीवाली की हार्दिक शुभकामनायें

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  9. आपकी यह पोस्ट बहुत अच्छी लगी . शुभकामनायें.

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  10. बेहद उम्दा पोस्ट लगाई है।
    दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें।

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  11. बहुत ही सुन्दर ज्ञानवर्धक पोस्ट...दीपावली की हार्दिक शुभ कामनायें

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  12. मनोज जी .. आपको दीपावली की मंगल कामनाएं .... बहुत अछा सन्देश प्रेषित किया है आपने दीपावली के उपलक्ष में .

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